अवधेश राय के भाई अजय राय ने अपनी राजनीति का सफर 1996 में भाजपा की टिकट पर कोलअसला सीट से किया था। जिसके बाद 1996, 2002 और 2007 में कोलअसला सीट से लगातार विधायक रहे। 2009 इन्होने समाजवादी पार्टी से लोकसभा का चुनाव लड़ा लेकिन इन्हे हार का सामना करना पड़ा। 2009 में हुए कोलअसला उपचुनाव में इन्होने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। उसके बाद 2012 में कांग्रेस की टिकट पर इन्होने पिंडरा से विधानसभा का चुनाव जीता। लेकिन 2014 में लोकसभा चुनाव में हार के बाद से ये एक भी चुनाव नहीं जीते।
अजय राय ने अपने भाई के लिए 32 साल तक लड़ाई लड़ी। आज मुख़्तार अंसारी को सजा मिलते ही अजय राय ने कहा कि हमें न्यायपालिका अपर शुरू दिन से पूरा भरोसा था। आज मुख्तार अंसारी को भाई अवधेश राय की ह्त्या में दोषी करार देने से न्यायपालिका पर भरोसा और मजबूत हो गया। न्यायपालिका में न्याय पाने में देर लगी पर सत्य की जीत हुई है। सजा का ऐलान होने के बाद अजय ने कोर्ट में जाकर माथा टेका।