7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

UPPSC एलटी ग्रेड पेपर लीक प्रकरण पर तीन आरोपियों को गैर जमानत वारंट जारी

विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण तृतीय) की अदालत ने सुनवाई के बाद जारी किया निर्देश, पूर्व परीक्षा नियंत्रण अंजू कटियार इसी मामले में जेल में है बंद

2 min read
Google source verification
Banaras Court

Banaras Court

वाराणसी. यूपीपीएससी एलटी ग्रेड पेपर लीक प्रकरण पर शुक्रवार को कोर्ट ने फिर कार्रवाई की है। विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण तृतीय) लालचन्द्र की अदालत ने पुलिस की याचिका पर सुनवाई करते हुए तीन आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। कोर्ट से आदेश जारी होने के बाद आरोपियों की मुश्किल बढऩा तय है यदि उनकी गिरफ्तारी नहीं होती है तो फिर पुलिस कुर्की की कार्रवाई कर सकती है।
यह भी पढ़े:-पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में इंटरनेशनल योग डे पर हुआ ऐसा आयोजन

क्षेत्राधिकारी सदर सत्येन्द्र तिवारी ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देते हुए गैर जमानती वारंट जारी करने का अनुरोध किया था। प्रार्थना पत्र में कहा गया था कि चोलापुर पुलिस व सीओ पिंडरा ने प्रश्र पत्र लीक प्रकरण पर थोड़ी विवेचना की गयी थी इसके बाद यह विवेचना मेरे पास आ गयी है। प्रार्थना पत्र में कहा गया कि इस मामले में नामजद शैलेन्द्र पटेल निवासी थाना चोलापुर, अजय चौहान निवासी जौनपुर व अजीत चौहान को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है आरोपियों ने कोर्ट में सरेंडर नहीं किया है और गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए कोर्ट से स्थगन आदेश भी नहीं मिला है ऐसे में कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने से आरोपियों के कानूनी कार्रवाई में आसानी होगी। कोट ने सुनवाई के बाद तीनों आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है।
यह भी पढ़े:-सीएम योगी आदित्यनाथ का दो दिवसीय दौरा 22 से, लापरवाह अधिकारियों पर गिर सकती है गाज

पुलिस को मिली है साक्ष्य जुटाने की चुनौती
यूपीपीएससी एलटी ग्रेड पेपर लीक प्रकरण पर पुलिस ने परीक्षा नियंत्रक रही अंजू लता कटियार व प्रिटिंग प्रेस के कौशिक को पहले ही गिरफ्तार किया हुआ है। शासन इस प्रकरण की नियमित मानीटरिंग कर रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया है। ऐसे में पुलिस के बाद कम समय में अधिक से अधिक साक्ष्य जुटाने की चुनौती है।
यह भी पढ़े:-डीएम ने सरकारी डाक्टर के चैम्बर में बैठ कर बाहर की दवा लिखवाने वालों को पकड़ा, दो हिरासत में