
CM Yogi Adityanath
वाराणसी. सीएम योगी आदित्यनाथ के राज में बीजेपी को गोरखपुर, फूलपुर, कैराना संसदीय सीट के अलावा नूरपुर विधानसभा सीट पर हार मिली है। यूपी सरकार लगातार चौथी बार महागठबंधन से हारी है। हार का सारा ठीकरा सीएम योगी पर ही फोड़ा जा रहा है लेकिन इस बड़े नेता की चर्चा नहीं हो रही है जबकि हार का दाग इस नेता के भी दामन पर लगे हैं।
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हम बात कर रहे हैं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डा.महेन्द्रनाथ पांडेय की। डा.महेन्द्रनाथ पांडेय को यूपी बीजेपी की कमान सितंबर 2017 में सौंपी गयी थी उसके बाद से चंदौली सांसद व बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.महेन्द्रनाथ पांडेय ने निकाय चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी और उस समय कहा गया था कि सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है। इसके बाद डा.महेन्द्रनाथ पांडेय के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए तीन संसदीय व एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए हें जहां पर बीजेपी को करारी शिकस्त मिली है। चुनाव में मिली हार की सबसे बड़ी जिम्मेदार सीएम योगी को माना जा रहा है लेकिन इस कोई शक नहीं है कि कोई भी पार्टी का प्रत्याशी चुनाव जितता या हारता है तो फायदा व घाटा दोनों ही उस दल के प्रदेश अध्यक्ष को भी उठाना पड़ता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डा.लक्ष्मीकांत बाजपेयी के कार्यकाल में उपचुनाव में बीजेपी को करारी शिकस्त मिली है।
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बीजेपी के भाग्यशाली रहे यह दो प्रदेश अध्यक्ष
लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी थी उस समय बीजेपी ने अपने बल पर 73सीट जीती थी लेकिन बाद में लक्ष्मीकांत बाजपेयी को हटा दिया गया। विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या थे और उनके कार्यकाल में भगवा दल को 300 से अधिक सीटे मिली थी इसके बाद केशव प्रसाद मौर्या को डिप्टी सीएम बना दिया गया और डा.महेन्द्रनाथ पांडेय को प्रदेश बीजेपी की कमान सौंपी गयी।
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Published on:
01 Jun 2018 06:07 pm
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