अतहर जमाल लारी कौमी एकता दल, समाजवादी पार्टी से जुड़े रहें हैं। साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान वाराणसी विधानसभा सीटों पर मतदान से ठीक पहले वह समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे। 66 साल के अतहर जमाल तीन बार विधानसभा और दो बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। वह वाराणसी के ही रहने वाले हैं। अतहर जमाल लारी साल 1980 से राजनीति में सक्रिय माने जाते हैं।
समाजवादी पार्टी से बगावत करने के बाद अतहर जमाल बसपा में शामिल हुए। अब पूर्वांचल के चर्चित मुस्लिम नेता अतहर जमाल लारी को बसपा ने वाराणसी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बना दिया है। ऐसे में अतहर जमाल लारी सपा के वोटबैंक में सेंध लगा सकते हैं। इसलिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की टेंशन बढ़ गई है।
साल 2009 में राष्ट्रीय राजनीति में कद्दावर छवि रखने वाले भाजपा नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी को वाराणसी लोकसभा सीट पर माफिया मुख्तार अंसारी से कड़ी टक्कर मिली थी। मतदान के दिन अंतिम दौर में हिंदू मतों के ध्रुवीकरण के चलते जोशी की नैया पार लगी थी। साल 2009 में वाराणसी सीट पर बसपा का प्रदर्शन सबसे शानदार रहा। बसपा प्रत्याशी मुख्तार अंसारी दूसरे स्थान पर रहे।