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DM ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण, खतरे के निशान के पास पहुंच रहा जलस्तर

नदी किनारे रहने वालों का पलायन हुआ तेज, अभी जलस्तर घटने की आशंका नहीं

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DM Surendra Singh

DM Surendra Singh

वाराणसी. गंगा और वरुणा के बढ़े हुए जलस्तर से बनारस के कुछ क्षेत्र में बाढ़ आ गयी है। सोमवार को जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर हालाल की समीक्षा की। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार शाम सात बजे गंगा का जलस्तर 70.80 मीटर दर्ज किया गया। जो वार्निंग लेवल 70.26 से उपर है और खतरे के निशान 72.0 से एक मीटर से अधिक कम है। गंगा में प्रति घंटे दो संटीमीटर की दर से बढ़ाव जारी है। सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर बढ़ता रहेगा।
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गंगा में आयी बाढ़ को देखते हुए डीएम सुरेन्द्र सिंह ने क्रोनिया का दौरा किया है। वहां पर बाढ़ का पानी आबादी में घुसने लगा है। डीएम ने खुद नौका से जाकर बाढ़ का जायजा लिया ओर क्षेत्रीय प्रभारी अपर नगर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिया कि सभी पीडि़तों को राह कैंप पहुंचाने के लिए नाव व राहत सामग्री की व्यवस्था कर ले। डीएम ने एनडीआरएफ से बाढ़ की स्थिति जानी और सीवेज पम्पिंग स्टेशन के बंद होने का कारण पूछा। अधिकारियों ने डीएम को बताया कि जलस्तर बढ़ जाने के कारण ही प्लांट बंद है। डीएम ने वहां पर उपस्थित कर्मचारी की जानकारी ली तो तीन कर्मचारी गायब मिले।
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केन्द्रीय जल आयोग की माने तो अभी प्रयागराज में भी गंगा बढ़ाव पर है इससे क कल सुबह आठ बजे तक गंगा में बढ़ाव जारी रहने की संभावना है उसके बाद की स्थिति का आंकलन किया जायेगा। एमपी से लगातार पानी यमुना व वरुणा से होकर गंगा में पहुंच रहा है जिसके चलते जलस्तर में वृद्धि रुक नहीं रही है। वरुणा भी उफान पर है और वरुणा कॉरीडोर के साथ आस-पास के मकान भी बाढ़ के पानी में डूब गये हैं। दशाश्वमेध घाट पर गंगा का पानी सड़क पर पहुंचना शुरू हो गया है। गंगा आरती का स्थान पहले ही बदला जा चुका है। घाटों का आपस में सम्पर्क पहले ही टूट चुका है।
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