
DM Surendra Singh
वाराणसी. 20 साल से अधिक समय से राम मूरत सिंह को कागजात पर मृत दिखा कर उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया गया था। सालों से खुद को जिंदा करने की लड़ाई लड़ते हुए राम मूरत ने अपने नाम के आगे मैं जिंदा हूं तक लगा लिया था। सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाते हुए थक चुके राम मूरत ने उम्मीद नहीं छोड़ी थी। बुधवार को बनारस के जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह ने वर्षो बाद न्याय करा कर कागजात पर मृत व्यक्ति को फिर से जिंदा कर दिया।
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जिला रायफल क्लब में जनसुनवाई के दौरान जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह के सामने चौबेपुर थाना क्षेत्र के ग्राम छितौनी निवासी राम मूरत सिंह का प्रकरण सामने आया। जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर मजिस्ट्रेट, उपजिलाधिकारी सदर, कानूनगो व चौबेपुर थाना प्रभारी को मौके पर भेज कर मामले की जांच करायी। स्थानीय लोगों से सारी कहानी सुनने के बाद जिलाधिकारी ने खतौनी के आधार पर राम मूरत सिंह के जमीन के हिस्से को कब्जे से मुक्त कराया। जमीन की फिर से नापी करायी गयी और उस पर निशान भी लगा दिया गया। जिलाधिकारी ने कब्जा करने वालों पर विधिक कार्रवाई करने के लिए चौबेपुर पुलिस को निर्देश दिया। साथ ही कहा कि फिर से जमीन पर कब्जा होता है तो जिम्मेदार लोगों पर भू माफिया के तहत कार्रवाई की जायेगी।
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डीएम ने किसानों से कहा कि प्रशासन के सहयोग से पौध रोपण करें
जिलाधिकारी को पांच शौचालय निर्माण के दौरान स्थानीय लोगों के विवाद की भी जानकारी मिली। इस पर उन्होंने चौबेपुर पुलिस को विवाद करने वालों पर कार्रंवाई करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि प्रशासन के साथ पौध रोपण अभियान को सफल बनाये। धरती को हरा-भरा रखने की जिम्मदारी सबकी है।
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Published on:
19 Jun 2019 06:34 pm
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