
Ganga Flood In Varanasi
वाराणसी. गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार करने के बाद भी नहीं थम रहा है। गुरुवार को गंगा व वरुणा का पानी नये इलाकों में प्रवेश कर गया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों का पलायन तेज हो गया है। जिला प्रशासन ने प्रभावित के लिए राहत शिविर लगाये हैं, लेकिन वह नाकाफी साबित हो रहे हैं। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार दोपहर दो बजे गंगा का जलस्तर 71.51 मीटर दर्ज किया गया है। जो खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर उपर है। लोगों के लिए राहत की बात यही हो सकती है कि पहले प्रति घंटे एक सेंटीमीटर की दर से वृद्धि हो रही थी और अब दो घंटा में एक सेंटीमीटर पानी बढ़ रहा है।
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गंगा से अधिक परेशानी का कारण वरुणा का पानी बना हुआ है। वरुणा का पानी बड़े इलाके में प्रवेश कर चुका है जिसस वहां पर लोग बाढ़ से प्रभावित हो गये हैं। चोरी के डर से लोग अपना घर छोड़ कर नहीं जा रहे हैं वही पर रहते हुए किसी तरह भोजन-पानी का जुगाड़ कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि सभी घरों तक राहत पहुंचाना संभव नहीं है इसलिए जो लोग राहत शिविर में आयेंगे। उन्हें सारी सुविधा दी जायेगी। एनडीआरएफ लगातार अभियान चला कर बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान में पहुंचाने में जुटी है।
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मध्य प्रदेश का पानी यमुना के जरिए पहुंच रहा गंगा में
मध्य प्रदेश के डैम से छोड़ा गया पानी यमुना व वरुणा के जरिए गंगा में पहुंच रहा है। इसके चलते ही बनारस में बाढ़ आयी है। गंगा के जलस्तर से नदी किनारे रहने वालों की दिनचर्या प्रभावित कर दी है। सारे घाट का सम्पर्क टूट चुका है। छत के उपर गंगा आरती हो रही है। दशाश्वमेध घाट का पानी सड़क पर आना शुरू हो चुका है यदि गंगा का जलस्तर आधा मीटर और बढ़ता है तो बनारस शहर भी बाढ़ की चपेट में आ जायेगा। पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में आयी बाढ़ पर सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार लगातार नजर रख रही है। संभावना है कि खुद सीएम योगी आदित्यनाथ बनारस का दौरा कर बाढ़ से उपजे हालात की समीक्षा कर सकते हैं।
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Published on:
19 Sept 2019 02:56 pm
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