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EVM प्रकरण में जेल में बंद सपा नेताओं से मिलने गए MLA, MLC को जेल प्रशासन ने लौटाया, विधायक ओपी सिंह बोले, ये कहां का जेल मैनुअल है?

EVM प्रकरण में जेल में बंद सपा नेताओं से मिलने गए समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को जेल प्रशासन ने बैरंग लौटा दिया। इससे नाराज गाजीपुर के विधायक ओपी सिंह बोले, ये कहां का जेल मैनुअल है। जेल मैनुअल के अनुसार सांसद, विधायक, एमएलसी किसी भी राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं से जेल में मुलाकात कर सकते हैं। ये सत्ता के दबाव में किया जा रहा।

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सर्किट हाउस में मीडिया से मुखातिब विधायक ओम प्रकाश सिंह

सर्किट हाउस में मीडिया से मुखातिब विधायक ओम प्रकाश सिंह

वाराणसी. समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को जिला कारागार वाराणसी में EVM प्रकरण में बंद सपा कार्यकर्ताओं से मिलने जिला कारागार वाराणसी पहुंचा। लेकिन जिला कारागार अधीक्षक ने प्रतिनिधिमंडल को यह कह कर बैरंग लौटा दिया कि जेल मैनुअल के प्रावधानों में किसी पार्टी प्रतिनिधिमंडल को बंदियों से मुलाकात कराने का कोई प्रावधान नहीं है।

सपा नेताओं ने शासन-प्रशासन पर लगाया ज्यादती का आरोप

जिला जेल से बैरंग लौटने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने सर्किट हाउस में मीडीया से बात की। इस मौके पर प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने पूरा घटनाक्रम मीडिया के समक्ष रखा। साथ ही जिला प्रशासन की ज्यादती से अवगत कराया। प्रतिनिधिमंडल में शामिल पूर्व कैबिनेट मंत्री व वर्तमान विधायक ओमप्रकाश सिंह ने मीडिया को बताया कि जिला प्रशासन के इशारे पर जेल प्रशासन ने, हम सभी साथियों को फर्जी मुकदमे में जेल में बंद पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने नहीं दिया।

विधायकों का प्रोटोकॉल है, वो जेल में जा कर पार्टी नेताओं से मिल सकते हैंः ओम प्रकाश

उन्होंने बताया कि प्रतिनिधिमंडल में शामिल वर्तमान विधायक गण का प्रोटोकॉल होता है, वो जेल में जाकर पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर सकते हैं। अब तक ऐसा ही होता आया है। लेकिन वर्तमान सरकार व जिलाधिकारी वाराणसी सारे नियमों को ताक पर रखकर पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न करने पर तुले हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार अंग्रेजों से भी ज्यादा जुल्मी है।

रमजान के पाक महीने में जेल में बंद कर कर रहे उत्पीड़न

उन्होंने कहा कि रमजान का महीना चल रहा है ऐसे में फर्जी मुकदमा लगाकर मुस्लिम समुदाय के दो दर्जन से अधिक लोगों को जेल में बंद कर दिया गया है। उनसे मिलने भी नहीं दिया जा रहा है जो घोर निंदनीय है। बताया कि इसी ईवीएम प्रकरण में चार लोगों को उसी दिन जमानत दे दी गई, लेकिन बाद में अलग से धारा जोड़कर कार्यकर्ताओं को उत्पीड़ित करने के लिए जमानत रद्द कर जेल भेज दिया गया।

कमिश्नर की बात तो मान लेते

उन्होंने कहा कि यदि वीडियो फुटेज के आधार पर कार्रवाई की जा रही है तो वीडियो को सार्वजनिक किया जाना चाहिए। उन्होंने जिलाधिकारी वाराणसी पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़ित करने का आरोप लगाया उन्होंने बताया कि गलती जिला प्रशासन की थी, वो बगैर किसी को सूचना दिए ईवीएम को क्यों ले जा रहे थे? जैसा कि वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने सार्वजनिक रूप से यह स्वीकार किया गया था कि जिला प्रशासन से चूक हुई है। उनको सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को सूचना दे कर ही ईवीएम को बाहर निकालना चाहिए था। बावजूद इसके जिला प्रशासन अपनी गलती और नाकामियों को छुपा कर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उत्पीड़न बंद नहीं हुआ तो पार्टी आंदोलन के लिए बाध्य होगी।

पीड़ित परिवारों से मिला प्रतिनिधिमंडल

दोपहर में कचहरी जाकर प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्यों ने पीड़ित परिवार के सदस्यों से मिलकर आगे की रणनीति पर कानूनी रूप से विचार विमर्श किया। तत्पश्चात इसके बाद प्रतिनिधि मंडल, जेल में बंद सपा कार्यकर्ताओं के घर जाकर उनके परिजनों से मिलकर उनको आश्वस्त किया कि इस दुख की घड़ी में पूरा समाजवादी परिवार आप लोगों के साथ है पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।

जेल में सपा नेताओं से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में ये रहे शामिल

जिला जेल में बंद सपा नेताओ से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में विधायक व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह, विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव, एमएलस आशुतोष सिन्हा, पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल, शहर दक्षिणी के प्रत्याशी किशन दिक्षित, शहर उत्तरी के प्रत्याशी अशफाक अहमद डब्लू आदि प्रमुख रहे।

ये भी रहे शामिल

बाद में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रतिनिधि में शामिल लोगों ने बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा की। इस मौके पर डॉ उमाशंकर यादव, पूर्व प्रत्याशी कैंट विधानसभा पूजा यादव, पूर्व एमएलसी प्रत्याशी उमेश प्रधान, डॉ ओपी सिंह, जिला प्रवक्ता संतोष यादव बबलू एडवोकेट, अखिलेश यादव, पुतुल यादव, प्रशांत सिंह पिंकू, जमाल अंसारी, सोमनाथ यादव पूजा सिंह सचिन प्रजापति आदि मौजूद रहे।