
kabir mandir prakatya sthal followers clash over property
वाराणसी. संत कबीर की काशी में उनके अनुयायियो में संपत्ति को लेकर जंग छिड़ी है। कबीर प्राकट्य स्थल लहरतारा के महंत गोविंद दास शास्त्री और कबीरचौरा मूलगादी के महंत विवेकदास संपत्ति बंटवारे को लेकर आपस में भिड़ गए हैं। दरअसल, वाराणसी में लहरतारा स्थित कबीर प्राकट्य स्थल के बारे में मान्यता है कि यहां कबीर प्रकट हुए थे। कबीरचौरा मूलगादी मठ में उनका लालन पोषण हुआ था। अब संत कबीर से जुड़े इन दोनों स्थलों में मुखियाओं के बीच संपत्ति विवाद का मुकाबला काशी में चर्चा का विषय बना हुआ है।
पुजारियों के साथ मारपीट
गोविंददास शास्त्री के मुताबिक, चार जनवरी, 2022 को विवेकदास बिहार के अपराधी किस्म के व्यक्ति गुरु प्रसाद समेत करीब दो दर्जन लोगों के साथ उनकी गैर मौजूदगी में लहरतारा मठ पर आए थे। वह मंदिर में रखे पैसे, जेवरात, फूल मालाएं, ताला तोड़कर सब लूट गए। यहां तक कि पूजा कर रहे कबीर मठ के पुजारी श्याम दास पर लोगों ने बुरी तरह हमला कर दिया। मठ पर कब्जा कर लिया। देर रात पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मठ को कब्जे से मुक्त किया गया।
कबीर प्राकट्य स्थल के मंहत गोविंद दास शास्त्री ने कहा कि पिछले चार-पांच सालों में उनके द्वारा कबीर मठ में किए विकास कार्यों को देखते हुए ईष्या के चलते यह सब किया गया है। कुछ लोग हैं जो नहीं चाहते कि यहां पर विकास कार्य हो। जमीन पर भू-माफिया कब्जा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कैंट विधायक सौरव श्रीवास्तव द्वारा 50 लाख रुपये में भवन का निर्माण कराया जा रहा है। वही, मंत्री नीलकंठ तिवारी द्वारा सात करोड़ रुपये से इसका विकास कार्य किया जा रहा है।
प्रशासन से सुरक्षा की मांग
गोविंद शास्त्री ने जान का खतरा बताया है। इसको लेकर उन्होंने प्रशासन से पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है। कबीर चौरामठ में कुछ अराजकतत्वों का कब्जा है, जिससे सभी लोग परेशान हैं। उन्होंने सरकार से जांच की मांग की है। सबका आधार कार्ड देखकर जांच की मांग की है, जिससे लोग कबीरपंथ को बदनाम न कर सकें।
Published on:
08 Jan 2022 05:17 pm
बड़ी खबरें
View Allवाराणसी
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
