
नाविकों की हड़ताल
वाराणसी. गंगा में क्रूज चलाने और जल परिवहन का विरोध तेज होता जा रहा है। रविवार को तीसरे दिन भी गंगा में नावों का संचालन ठप रहा। नाविकों ने हड़ताल के तीसरे दिन दशाश्वमेध घाट पर धरना दिया। इस दौरान ऐलान किया कि अब सोमवार को माझी समाज के लोग गंगा को काली पट्टी से पाट देंगे।
मा गंगा निषाद राज सेवा समिति के प्रदेश सचिव हरिश्चन्द्र बिंद ने बताया कि माझी समाज ने तय कर लिया है कि जब तक मांग पूरी नही होती नावों का संचालन शुरू नहीं होगा। अब सोमवार को गंगा में इस पार से उस पार तक नावें बाध कर होगा विरोध। नाव पर होगा काला झंडा। यानी एक तरह से मां गंगा को काली पट्टी से पाट दिया जाएगा।
बता दें कि पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा में जल परिवहन के विरोध में शनिवार को भी गंगा में नावें नहीं चलीं। आंदोलित नाविकों ने राजघाट पर धरना दिया। ऐलान किया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती है गंगा में नाव नहीं चलेगी। हालांकि एसीएम द्वितीय भी पहुंचे थे मनाने। उन्होंने एसीएम द्वितीय ने धरनारत नाविकों को समझाने का काफी प्रयास किया, उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी सारी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा। कहा कि सभी मांगों पर 30 दिसंबर तक फैसला हो जाएगा। लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं तो नाविक समाज ने अब गंगा को काली पट्टी से पाटने का फैसला कर लिया।
बता दें कि माझी मल्लाह समाज 06 सूत्रिय मांगों को लेकर शुक्रवार से नौका संचालन बंद कर दिया है। इसी क्रम में उन्होंने शनिवार को राजघाट पर धरना दिया। पीएम के अपने संसदीय क्षेत्र में होने के कारण पुलिस भी पुहंची धरना स्थल पर और
नाविक समाज की प्रमुख मांगें
-क्रूज की वापसी
-नावों का लाइसेंस पुराने नियम के तहत विनियमित हो
-गोताखोरों की नियुक्ति जल पुलिस में स्थाई रूप से हो
-बाढ के दिनों में हमारी नावें बंद न हों
-वाटर स्पोर्ट्स काशी में बंद हो गंगा तट की जमीनों का पट्टा मल्लाहों के नाम आवंटित हो
नाविकों की महापंचायत को इनका रहा समर्थन
Published on:
30 Dec 2018 05:08 pm
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