मुगलसराय रेलवे स्टेशन में ही एशिया की सबसे बड़ी यार्ड है और इसकी वजह से इस स्टेशन को पहचान मिली थी।
मुगलसराय रेलवे स्टेशन में ही एशिया की सबसे बड़ी यार्ड है और इसकी वजह से इस स्टेशन को पहचान मिली थी।
मुगलसराय रेलवे स्टेशन के पास ही 11 फरवरी 1968 को भारतीय जनसंघ के नेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शव मिला था, उसी समय से भाजपा मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखने की मुहिम चला रही थी।
मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नया नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन होगा। नये नाम को लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और जल्द ही टिकट पर भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन लिखा जाने लगेगा।