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राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए मुसलमानों ने दी समर्पण राशि, किया 21 हजार तक का दान

लोग अपनी आस्था अनुसार, श्रीराम के बनने वाले मंदिर के लिए धनराशि का दान कर रहे हैं। मंदिर के निर्माण में सहयोग करने में मुस्लिम समाज भी पीछे नहीं है

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राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए मुसलमानों ने दी समर्पण राशि, किया 21 हजार तक का दान

राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए मुसलमानों ने दी समर्पण राशि, किया 21 हजार तक का दान

वाराणसी. करोड़ों हिंदुओं के आस्था के प्रतीक राम मंदिर (Ram Mandir) के निर्माण में सहयोग के तौर पर नेता सहित तमाम लोग दान कर रहे हैं। लोग अपनी आस्था अनुसार, श्रीराम के बनने वाले मंदिर के लिए धनराशि का दान कर रहे हैं। मंदिर के निर्माण में सहयोग करने में मुस्लिम समाज भी पीछे नहीं है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित राम जन्मभूमि को समर्पण निधि कार्यक्रम में काशी और आस पास के जिले के मुसलमानों ने दिल खोलकर दान दिया। मुस्लिम समाज के लोगों ने 101 रुपये से लेकर 21 हजार रुपये तक दान किया है। वहीं, राम जन्मभूमि पर शिलान्यास के वक्त श्रीराम के ननिहाल रायपुर से मिट्टी लेकर पैदल यात्रा करने वाले मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय सेवा प्रमुख मो. फैज खान और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के पूर्वांचल प्रभारी मो. अजहरूद्दीन ने भी समर्पण निधि दी।

श्रीराम सबके पूर्वज

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इन्द्रेश कुमार ने मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा किए गए दान पर कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद बड़ी संख्या में मुसलमानों ने राम मंदिर निर्माण का समर्थन किया। मंदिर के निर्माण के लिये जगह-जगह से समर्पण निधि जुटायी जा रही है। मुसलमानों ने भी समर्पण निधि कार्यक्रम आयोजित कर कट्टरपंथियों को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि श्रीराम सबके पूर्वज हैं। दुनिया भर में रहने वाले भारतीयों के लिये सांस्कृतिक प्रतीक श्रीराम का मंदिर जब अयोध्या में बन रहा है तो विदेशों में रहने वाला भारतीय समाज खुलकर आगे आया है। शांति पसंद मुस्लिम समाज राजनीति के नाम पर अब लड़ने वाला नहीं है। राम जन्मभूमि पर सिर्फ मंदिर नहीं बन रहा है बल्कि भारत के संस्कृति का गौरव निर्मित हो रहा है। अपनी सांस्कृतिक पहचान बनाये और बचाये रखने में राम मंदिर हमेशा मदद करेगा।

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