
Myanmar Army Lieutenant General
वाराणसी. म्यामांर सेना के आर्मी चीफ इन दिनों बनारस के भ्रमण पर आये हैं। सपरिवार पहुंचे आर्मी चीफ के साथ उनकी पत्नी व म्यामांर का 23 सदस्यीय दल भी है। सभी ने सारनाथ जाकर पवित्र धमेख स्तूप के पास बैठ कर पूजा की है। यू मंडला व सुदर्शना बौद्ध भिक्षुओं ने बौद्ध रीति के अनुसार ही धर्म चक्र का सूत्र पाठइ कराया है।
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सारनाथ पहुंचने पर म्यामांर सेना के आर्मी चीफ मिन आंग ह्लिंग व उनकी पत्नी दाव क्यो के सारनाथ पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। महाबोधी सोसाइटी ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव डा.के मेधाकंर थेरो ने सभी लोगों को खात भेंट कर स्वागत किया। आर्मी चीफ ने सपरिवार भगवान बुद्ध के पवित्र अस्थि का दर्शन किया। इसके बाद बौद्ध धर्म से जुड़ी चीजों को देखा। पुरातात्विक खंडहर परिषद के इतिहास की पूरी जानकारी ली। सारनाथ में लगभग दो घंटा बिताने के बाद वहां से निकल गये।
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बौद्ध धर्म अनुयायियों के लिए बेहद खास होता है सारनाथ का दर्शन
बौद्ध धर्म अनुयायियों के लिए सारनाथ बेहद खास धार्मिक स्थल है। भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के बाद यही पर अपना प्रथम उपदेश दिया था। जिसे धर्म चक्र परिवर्तन का नाम दिया गया है। विश्व में रहने वाले बौद्ध अनुयायी यहां पर आकर भगवान बुद्ध के अस्थित अवशेष का दर्शन अवश्य करना चाहता हैं। पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में वर्ष 2017 में जापान के पीएम शिंजो आबे भी आये थे लेकिन सारनाथ नहीं जा पाये थे और उन्होंने कहा था कि सारनाथ जाने की इच्छा नहीं पूरी हो पायी है। फिर आने का मौका मिलेगा तो सारनाथ अवश्य जाना होगा।
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Published on:
31 Jul 2019 03:45 pm
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