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करोबारी विवाद के चलते हुए थी पूर्व डीआईजी के बिल्डर बेटे की हत्या, आरोपी गिरफ्तार

दीपावली पर मिठाई वितरण व मजदूरों को पैसा देने के नाम पर हुआ था विवाद, आरोपी की लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद

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Police and Criminal

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वाराणसी. सारनाथ थाना क्षेत्र के अशोक बिहार कॉलोनी में बीती रात पूर्व डीआईजी सभाजीत सिंह के बिल्डर बेटे बलवंत सिंह की हत्या का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्या के आरोप में मृतक के पार्टनर पंकज कुमार चौबे को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि आरोपी के पास से हत्या में प्रयुक्त लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद की है। कारोबारी विवाद के चलते ही पार्टी के बाद बिल्डर की हत्या की गयी थी।
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एसएसपी आनंद कुलकर्णी के अनुसार बीती रात अशोक बिहार कॉलोनी में बिल्डर बलवंत सिंह की गोली मार कर हत्या की गयी थी। हत्या के बाद मृतक के बेटे अनुराग ने सारनाथ थाना में पंकज के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद से पुलिस पंकज की तलाश शुरू की थी। सारनाथ थान प्रभारी विजय बहादुर सिंह आरोपी की तलाश में जुटे हुए थे। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि गाजीपुर से एक चार पहिया वाहन से आरोपी आ रहा है। पुलिस ने मौके पर जाकर नाकाबंदी कर ली। थोड़ी देर बात एक चार पहिया वाहन आता हुआ दिखायी दिया। पुलिस के रोक कर तलाशी लेने पर आरोपी पंकज मिल गया। पुलिस ने उसके पास से .३२ बोर की लाइसेंसी पिस्टल व चार कारतूस बरामद किया है। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है।
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बलवंत सिंह के बढ़ते प्रभाव से परेशान था पंकज, मिठाई वितरण को लेकर हुए विवाद के बाद मारी गोली
श्रीसाई बाबा इंफ्रा प्रोजेक्ट के नाम से बनी कंपनी में चार मुख्य पार्टनर थे जिसमे से बलवंत सिंह व पंकज चौबे भी शामिल थे। कंपनी का बड़ा प्रोजेक्ट बाबतपुर के पास चल रहा था। पुलिस की माने तो ग्रुप में बलवंत के बढ़त प्रभाव से पंकज नाराज चल रहा था। बीती रात अशोक बिहार कॉलोनी में कंपनी के अधिकारी के यहां पर पार्टी थी। यहां पर बलवंत सिंह व पंकज चौबे भी पहुंचे थे। दीपावली के पहले मजदूरों को पैसा देने व खास लोगों को मिठाई बांटने को लेकर बलवंत व पंकज में विवाद हुआ था। बलवंत सिंह के पास भी लाइसेंसी पिस्टल थी और वह बुलेटप्रूफ वाहन से गया था। पार्टी में सबसे पहले पंकज बाहर निकला था और जब बलवंत सिंह बाहर आये तो पंकज ने उन्हें गोली मार दी।
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