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राजा भैया के ऐलान के बाद इन बाहुबलियों की उड़ गयी नीद, पहली बार होगी ऐसी भिडंत

लोकसभा चुनाव में बना नया समीकरण, आसान नहीं होगा हार व जीत का अनुमान लगाना

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Raja Bhaiya

Raja Bhaiya

वाराणसी. कुंडा के क्षत्रिय बाहुबली राजा भैया के ऐलान के बाद से बाहुबलियों की नीद उड़ गयी है। पहली बार यूपी के बाहुबलियों के बीच ऐसी भिडंत देखने को मिल सकती है। लोकसभा चुनाव से पहले सारे समीकरण बदल गये है। बाहुबलियों के बीच ऐसा रोमांचक मुकाबला हो सकता है कि हार व जीत का अनुमान लगाना कठिन हो जायेगा। अब देखना है कि कौन बाहुबली इस लड़ाई को जीत कर अपनी ताकत दिखाता है।





IMAGE CREDIT: Patrika

कुंडा के क्षत्रिय बाहुबली राजा भैया ने अपनी नयी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक बनायी है और यूपी की सभी 80 सीटों पर प्रत्याशी उतारने क तैयारी की है। राजा भैया इसके लिए जिलों में जाकर चुनावी रैली करेंगे और जल्द ही प्रत्याशियों के नाम की भी घोषणा हो जायेगी। राजा भैया की पार्टी ८० सीटों पर प्रत्याशी उतारती है तो पहली बार उनका सामने यूपी के अन्य बाहुबली से हो सकता है जो पहले से ही चुनाव लडऩे की तैयारी में है। राजा भैया अन्य बाहुबलियों को हराने के लिए उनके चुनावी क्षेत्र में जाकर चुनाव प्रचार तक कर सकते हैं ऐसे में पहली बार बाहुबलियों के बीच चुनावी जंग छिडऩे वाली है।

मुख्तार अंसारी
बसपा के टिकट से मुख्तार अंसारी, अफजाल अंसारी या फिर अब्बास अंसारी चुनाव लड़ सकते हैं। अंसारी बंधु के लिए आजमगढ़, मऊ या फिर गाजीपुर सीट सबसे मुफीद मानी जा रही है। इन सीटों पर राजा भैया भी अपने प्रत्याशी खड़े करते हैं तो पहली बार राजनीतिक मंच पर मुख्तार अंसारी व राजा भैया आपने-सामने आयेंगे।

बृजभूषण शरण सिंह:-
क्षत्रियों के बड़े नेता माने जाने वाले बृजभूषण शरण सिंह वर्तमान में बीजेपी से सांसद है और इस बार भी चुनाव लडऩे की तैयारी में है। यूपी के बड़े बाहुबलियों में बृजभूषण शरण सिंह का नाम आता है यदि राजा भैया ने कैसरगंज संसदीय सीट से प्रत्याशी उतारे तो पहली बार उनका सामना बाहुबली बृजभूषण शरण सिंह से होगा। यदि ऐसा हुआ तो यूपी की सबसे हॉट सीट में से यह सीट हो जायेगी।

रमाकांत यादव
आजमगढ़ में रमाकांत यादव की सत्ता चलती है इस सीट से रमाकांत यादव सांसद भी रह चुके हैं। मुलायम सिंह यादव ने इस सीट पर जीत कर रमाकांत यादव को शिकस्त दी थी इस बार फिर से रमाकांत यादव के बीजेपी के टिकट पर संसदीय चुनाव लडऩे की संभावना है। राजा भैया के इस सीट से प्रत्याशी उतारते ही चुनाव दिलचस्प हो जायेगा। पहली बार राजा भैया व रमाकांत यादव आमने-सामने आ जायेंगे।

अतीक अहमद:-
अतीक अहमद ने जेल से ही चुनाव लडऩे का ऐलान किया है। अतीक की मनपसंद सीट फूलपुर है जहां से वह सांसद भी बन चुके हैं। प्रतापगढ़ के पास ही फूलपुर सीट आती है इस सीट पर क्षत्रिय वोटरों की संख्या भी अच्छी है ऐसे में राजा भैया अपने प्रत्याशी इस सीट से उतारेंगे तो बाहुबल व धनबल का जबरदस्त चुनाव होगा।

धनजंय सिंह:-
धनजंय सिंह ने जौनपुर के अतिरिक्त राजा भैया के गढ़ प्रतापगढ़ से चुनाव लडऩे का संकेत दिया है। धनजंय सिंह किस पार्टी से चुनाव लड़ते हैं यह अभी तय नहीं है लेकिन पहली बार लोकसभा चुनाव में धनजंय सिंह व राजा भैया आमने-सामने आने वाले हैं। ऐसे में किसी की हार व जीत का दावा करना सभी के लिए कठिन हो जायेगा।