वाराणसी। रामचरितमानस की चौपाइयों को लेकर सपा नेता स्वमी प्रसाद मौर्या का बयान लगातार विवादों में हैं। इसी बीच धर्म और शिक्षा की नगरी काशी के 232 वर्ष पुराने संस्कृत विश्वविद्यालय ने रामचरितमानस की चौपाइयों पर शोध की घोषणा की है। संस्कृत विश्वविद्यालय में जल्द ही रामायण शोध पीठ को लेकर कवायद शुरू होगी। कुलपति प्रोफेसर हरेराम त्रिपाठी ने बताया कि इसकी शुरुआत के लिए पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री से चर्चा की गयी है।