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Sawan 2023 : सावन के पहले सोमवार को यादव बंधु करेंगे श्रीकाशी विश्वनाथ का जलाभिषेक, अकाल से मुक्ति के लिए शुरू हुई थी परंपरा

Sawan 2023 : इस जलाभिषेक की परंपरा में कोलकाता, झारखंड, छत्तीसग़ढ, मुंबई में रहने वाले यादव बंधु पहुंचते हैं। ऐसे में यादव बंधुओं ने सिर्फ 21 लोगों को गर्भगृह में जाने की अनुमति पर रोष जताया है।

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Sawan 2023

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Sawan 2023 : सावन के प्रथम सोमवार को परंपरा के अनुसार यादव बंधु10 जुलाई को श्रीकाशी विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे। साल 1932 से चंद्रवंशी गोप समिति द्वारा शुरू की गई यह परंपरा इस वर्ष अपने 91 वे वर्ष में प्रवेश करेगी। इस बार सिर्फ 21 यादव बंधुओं को सीधे गर्भगृह में जाने की अनुमति मिली है। केदारघाट से शुरू होने वाली इस परंपरा में शिव भक्त यादव बंधु अपने पारंपरिक वेश में धोती और आंखो में काजल लगाकर निकलेंगे। इस बार केदारघाट का जलाभिषेक कर विश्वनाथ धाम आने वाली शोभायात्रा में पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर भी शामिल होंगे।

21 यादव बंधु करेंगे गर्भगृह में जलाभिषेक

चंद्रवंशी गोप सेवा समिति जलाभिषेक मच्छोदरी के प्रदेश अध्यक्ष लालजी यादव ने बताया कि शोभायात्रा केदारघाट से सुबह साढ़े सात बजे शुरू होगी। उन्होंने बताया कि कोरोना काल के पहले तक सभी यादव बंधु शोभायात्रा के साथ गर्भगृह में पहुंचकर बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करते थे, पर कोरोना काल के बाद पहले पांच और अब 21 लोगों की अनुमति हुई है जो गर्भगृह में प्रवेश करेंगे, बाकी लोगों को झांकी दर्शन करना होगा और बाहर से ही जलाभिषेक करेंगे।

केदारघाट से शुरू करते हैं यात्रा

सबसे पहले यादव बंधु गौरी केदारेश्वर का जलाभिषेक करते हैं। उसके बाद तिलभांडेश्वर और फिर दशाश्वमेध घाट से जल लेकर बाबा विश्वानथ को जल अर्पण करते हैं।प्रदेश अध्यक्ष लालजी यादव ने बताया कि हम लोगों की जलाभिषेक यात्रा गौरी केदारेश्वर, तिलभांडेश्वर, शीतला मंदिर होते हुए श्री काशी विश्वनाथ धाम में गंगा द्वार से प्रवेश करेगी। जो पुरानी परंपरा चली आ रही है हम उसका निर्वहन करेंगे, हम ना तो किसी प्रकार की नई परंपरा शुरू करेंगे ना ही अपनी पुरानी परंपरा को छोड़ेंगे।

1932 से चल रही परंपरा

जलाभिषेक की परंपरा 1932 में अकाल के बाद शुरू हुई थी। देश में अकाल के कारण पशु-पक्षी भी जल के बिना मर रहे थे। तब बनारस के यादव समाज के भोला सरदार और चुन्नी सरदार ने बाबा भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए जलाभिषेक किया। जलाभिषेक के बाद ही जोरदार बारिश शुरू हो गई थी। तभी से जलाभिषेक की आस्था बढ़ती गई। वर्तमान में जलाभिषेक का नेतृत्व भोला सरदार के बेटे लालजी यादव कर रहे हैं।

21 लोगों की अनुमति से रोष में यादव बंधु

गोवर्धन पूजा समिति के पदाधिकारियों ने 21 लोगों के गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति पर रोष जताया है। शनिवार को गोवर्धनधाम राजघाट पर बैठक में 10 जुलाई को होने वाले पारंपरिक सावन के जलाभिषेक की तैयारियों पर चर्चा हुई। अध्यक्ष विनोद यादव और महामंत्री पारस यादव ने बताया कि जलाभिषेक में शामिल होने के लिए देश भर से यादव बंधु बनारस आते हैं। ऐसे में केवल 21 लोगों को गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति देना ठीक नहीं है।