सबसे पहले आपको पढ़ाई करने के लिए एक लक्ष्य तय करना होगा। आप पढ़ाई क्यों करना चाहते हैं। पढ़ाई से आपके जीवन में क्या होने वाला है। आप क्या बनना चाहते हैं। आपके पास इन सभी सवालों का जवाब जरूर होना चाहिए। इसके बाद आपको अपना एक सही गोल सेट करना होगा। यह पढ़ाई में मन लगाने का सबसे पहला प्रैक्टिकल तरीका है।
पढ़ाई में मन लगाने से पहले तो आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि क्या आपने पढ़ाई के लिए सही फील्ड चुना है। आप जिस विषय की पढ़ाई कर रहे हैं, क्या वह आपके लिए सही है। क्या थोड़ा सा भी आपको उसमें इंटरेस्ट है, क्या वह आपके भविष्य से जुड़ा हुआ है।
जब आपका लक्ष्य सीधा और स्पष्ट हो तो अब आपको अपनी पढ़ाई के लिए एक टाइम टेबल तैयार करना होगा। यह बहुत जरूरी है और इससे ज्यादा जरूरी है कि इस टाइम टेबल को रोज फॉलो करना। आप किस फील्ड की पढ़ाई कर रहे हैं, आप किस विषय में निपुण बनना चाहते हैं आपको उसके लिए उस विषय को देखते हुए अपने दिन का कुछ हिस्सा टाइम टेबल सेट करके तैयार करना होगा और रोजाना इसे फॉलो भी करना होगा।
पढ़ाई में रुचि पैदा करने के लिए आपको टाइम टेबल बनाने के बाद अपने सिलेबस को अच्छे से समझना होगा। आप किस कोर्स की पढ़ाई कर रहे हैं, वह कोर्स या उस कक्षा का सिलेबस आपको अच्छे से समझना होगा और उसको समझते हुए हर एक टॉपिक का टाइम टेबल तैयार करना होगा। इसके लिए आप सबसे पहले सरल टॉपिक्स को एक तरफ रख सकते हैं और कठिन टॉपिक्स को दूसरी तरफ। इस तरह आपको पढ़ने में रुचि होने लगेगी।
यदि आप किसी गंदी जगह पर या शोर-शराबे में या गलत संगति के बीच में पढ़ाई करने की कोशिश कर रहे हैं तो जाहिर है पढ़ाई में आपका मन नहीं लगेगा। अतः यह बहुत जरूरी है कि आपको पढ़ाई में सही से मन लगाने के लिए सही जगह का चुनाव करना होगा। आप को शांत वातावरण ढूंढना होगा। खुले हवादार कमरे में आपको पढ़ाई करनी चाहिए या प्रकृति के बीच में पढ़ाई कर सकते हैं। यह आपके मन को बहुत ज्यादा प्रभावित करता है।
जब कभी आपका पढ़ाई में मन नहीं लग रहा हो तो आप तुरंत अपने आप को मोटिवेट करना शुरू कर दें। आप अपनी पिछली कामयाबियों को देखकर अपने आप को मोटिवेट कर सकते हैं अपने बड़े-बड़े सपनों के बारें में सोचकर अपने आप को मोटिवेट कर सकते हैं।
इस बात का आपको विशेष ध्यान रखना चाहिए कि पढ़ाई करने का तरीका क्या है। कई लोग बिस्तर पर पढ़ाई करते हैं तो कुछ लोग सोते-सोते किताब खोल देते हैं जो कि बिल्कुल ही गलत है।
कभी-कभी केवल पढ़ाई करने से मन हटने या बोर होने लगता है। ऐसे में आपको पढ़ाई करते वक्त अपने पास एक नोटबुक भी जरूर रखनी चाहिए और अपनी पसंदीदा बातों को और आवश्यक बिंदुओं को उस में नोट करते रहना चाहिए। आपको पढ़ाई के नोट्स भी बनाने चाहिए और सरल डायग्राम में इन्हें सजाना चाहिए। इससे आपको पढ़ाई करने में बहुत ज्यादा रुचि होने लगेगी।
मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं – जी हां, यदि आपके साथ भी यही समस्या है तो इसका एक बहुत बड़ा आसान तरीका है कि आप जो भी विषय पढ़ रहे हैं। आपको इससे जुड़े हुए सवाल अपने दोस्तों से पूछने हैं। उनके साथ में चर्चा करनी है या आप इसको ग्रुप स्टडी का भी नाम दे सकते हैं।
पढ़ाई में मन ना लगने की समस्या को दूर करने के लिए अथवा किसी भी काम में यदि आपका मन ना लग रहा हो
तो उसके लिए यह तरीका बहुत ज्यादा फायदेमंद है। रोजाना कुछ समय के लिए मेडिटेशन एवं प्राणायाम जरूर करें।
विशेष परिस्थिति में जब आप पढ़ाई करना शुरू करते हैं तो उससे पहले भी आप थोड़ा सा ध्यान लगा सकते हैं। अपने मन को एकाग्र करने की कोशिश करें और कुछ देर तक 8 से 10 प्राणायाम करें। इससे आपको तुरंत ही चमत्कार देखने को मिलेगा। आपका मन बिल्कुल शांत हो जाएगा और पढ़ाई में मन या अपने किसी भी काम में मन अच्छे से लगने लगेगा।
पढ़ाई में तेज होने के लिए क्या करें, क्या मैं भी पढ़ाई में तेज हो सकता हूं, क्या मैं भी टॉपर बन सकता हूं, मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता है। यदि आपने पढाई में मन लगाने के हर तरीके अपना लिए हैं और उसके बाद भी मन नहीं लगता है या फिर आपकी याददाश्त भी बहुत कमजोर है तो फिर आपको कुछ इन विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए।
मन को एकाग्र करने के लिए ध्यान का सहारा जरूर लेना होगा।
टॉपर लोग कैसे पढ़ते हैं?
एक टॉपर छात्र की पढ़ाई करने के तरीके में और एक सामान्य छात्र की पढ़ाई के तरीके में कुछ खास अंतर नहीं होता है। बस अंतर होता है तो दृढ़ इच्छाशक्ति एवं लक्ष्य प्राप्ति का। टॉपर लोग अपना लक्ष्य बिल्कुल अपने सामने रखते हैं।
टॉपर लोगों की पढ़ाई करने के तरीके में एक विशेष बात होती है जोकि निरंतरता है। जी हां, एक टॉपर छात्र की दिनचर्या का एक विशेष पहलू है कि वह निरंतर एक टाइम टेबल के साथ पढ़ाई करता है।
यदि आप भी टॉपर बनना चाहते हैं तो बस आपको यही एक सूत्र अपनाना होगा। इसके लिए आपको सफलता की सबसे बड़ी कुंजी यानी मेहनत करनी होगी।
Ayush kr. dubey