24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अब ज्योतिष और संस्कृत के छात्र बनेंगे आर्किटेक्ट

वास्तु के दीवानों के लिए जल्द ही एक बड़ी सुविधा मिलने जा रही है। वेद, ज्योतिष और संस्कृत के ज्ञाता जल्द ही आपके घर की साज सज्जा को वास्तु के आधार पर सजाने में मदद करेंगे। अब माथे पर लगे लम्बे तिलक, धोती पहने ये छात्र आपके घर का इंटीरियर करेंगे।  

less than 1 minute read
Google source verification
sampurnanand_sanskrit_university_1.jpg

वास्तु के दीवानों के लिए जल्द ही एक बड़ी सुविधा मिलने जा रही है। वेद, ज्योतिष और संस्कृत के ज्ञाता जल्द ही आपके घर की साज सज्जा को वास्तु के आधार पर सजाने में मदद करेंगे। अब माथे पर लगे लम्बे तिलक, धोती पहने ये छात्र आपके घर का इंटीरियर करेंगे। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी ने इंटीरियर कोर्स शुरू किया है। दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र में पहली बार शुरू हुई सुविधा का लाभ ज्योतिष और संस्कृत सीखने वाले छात्र ले सकेंगे। और र्किटेक्ट के गुर सिखेंगे।

संस्कृत छात्रों को मिलेगा रोजगार

पीआरओ शशिंद्र मिश्रा ने बताया कि, ये कोर्स ज्योतिष वास्तुशास्त्र के साथ सम्मिलित किया गया है। ताकि आधुनिक समय में वास्तु के साथ ही घर का इंटीरियर हो सके। इस कोर्स का शुरू करने का उद्देश्य मात्र, संस्कृत बोलने और ज्योतिष जानने वाले छात्रों को इंटीरियर कोर्स सिखाने की सुविधा उपलब्ध कराना है। इस कोर्स में जहां संस्कृत के छात्रों को रोजगार मिलेगा तो वहीं वास्तु के साथ घर के मालिकों को इंटीरियर की सुविधा का लाभ मिलेगा।

यह भी पढ़ें -UP Board : छात्र अब 31 अगस्त तक कर सकेंगे रजिस्ट्रेशन

प्रवेश प्रक्रिया शुरू - पीआरओ शशिंद्र मिश्रा

पीआरओ शशिंद्र मिश्रा ने बताया कि, शैक्षणिक सत्र 2022.23 के लिए 20 तारीख से प्रवेश शुरू हो गया है। कोर्स तीन साल का है। पर अगर छात्र एक साल का कोर्स करता है तो उसे डिप्लोमा का सर्टिफिकेट मिलेगा। अगर 6 महीने का कोर्स करता है तो सर्टिफिकेट मिलेगा। इसके अलावा दो साल का कोर्स करने पर एडवांस डिप्लोमा का सर्टिफिकेट दिया जाएगा।

यह भी पढ़ें -झांसी में फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ पांच शिक्षक गिरफ्तार, जेल भेजे गए