19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

UPPSC एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती घोटाले में पूर्व चेयरमैन से होगी पूछताछ

पुलिस की टीम नोटिस लेकर आगरा रवाना, परीक्षा नियंत्रक रही अंजू लता कटियार पहले ही खा रही जेल की हवा

2 min read
Google source verification
UPPSC Former Chairman Dr Anirudh Yadav

UPPSC Former Chairman Dr Anirudh Yadav

वाराणसी. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने अब अपना शिकंजा कस दिया है। शिक्षक भर्ती घोटाले में यूपीपीएससी की परीक्षा नियंत्रक रही अंजू लता कटियार पहले ही जेल की हवा खा रही है और अब इसी मामले में पूर्व चेयरमैन डा. अनिरुद्ध यादव से पूछताछ होगी। पुलिस की एक टीम नोटिस लेकर आगरा रवाना हो चुकी है। मंगलवार को नोटिस दे दी जायेगी।
यह भी पढ़े:-चन्द्रग्रहण का असर, गंगा आरती का बदला समय

सीएम योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद यूपीपीएससी में हुए भर्ती घोटाले की जांच तेज हो गयी है। इसी मामले में पूर्व चेयरमैन को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। नोटिस मिलने के बाद डा. अनिरुद्ध यादव को एसआईटी के सामने उपस्थित होना होगा। यदि पूर्व चेयरमैन पूछताछ में सहयोग नहीं करते हैं तो एसआईटी अग्रिम कार्रवाई भी कर सकती है। बताते चले कि पूर्व सीएम अखिलेश यादव के राज में ही डा. अनिरुद्ध यादव को लोक सेवा आयोग का चेयरमैन बनाया गया था। वर्ष 2016 में डा. अनिरुद्ध यादव चेयरमैन बने थे और 62 वर्ष की आयु पूरी हो जाने के चलते वर्ष 2018 को उनका कार्यकाल खत्म हो गया था। अलीगढ़ के मूल निवासी डा. अनिरुद्ध यादव आयोग के चेयरमैन बनने से पहले बदायूं स्थित गोविंद बल्लभ पंत महाविद्यालय के प्राचार्य थे। सैन्य विज्ञान और राजनीतिशास्त्र में पीजी करने के साथ ही उन्होंने एलएलबी व पीएचडी भी की है।
यह भी पढ़े:-Guru Purnima 2019-तंत्र साधना का है बड़ा केन्द्र, इस बीमारी का इलाज कर बनाया है विश्व रिकॉर्ड

जानिए क्या है एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती घोटाला
यूपीपीएससी में हुए एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती घोटाला इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है। 29 जुलाई 2018 को यूपीपीएससी ने एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया था उस समय परीक्षा को लेकर सवाल नहीं उठे थे लेकिन पश्चिम बंगाल की सीआईडी की सूचना पर सक्रिय हुई बनारस एसटीएफ ने चोलापुर से प्रिंटिंग प्रेस मालिक कौशिक कुमार को गिरफ्तार किया था। इसके बाद ही पेपर लीक होने की जानकारी सामने आयी थी। पश्चिम बंगाल के एक प्रिंटिंग प्रेस में एलटी ग्रेड परीक्षा का पेपर छपा था जिसका मालिक कौशिक था। आरोप है कि यही से प्रश्र पत्र लीक हुआ था। कौशिक से पूछताछ और व्हाटसऐप से मिली जानकारी के अनुसार बनारस क्राइम ब्रांच ने प्रयागराज से तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक अंजू लता कटियार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की थी बाद में उन्हें जेल भेजा गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था और एसआईटी ने ही पूर्व चेयरमैन डा. अनिरुद्ध यादव को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है।
यह भी पढ़े:-बीजेपी सांसद रवि किशन ने किया बड़ा खुलासा, कहा सदन में दिखायी जायेगी बाटला हाउस फिल्म