घने कोहरे के चलते वाराणसी और सुल्तानपुर में विजिबिलिटी 50 मीटर तक पहुंच गई, जबकि गोरखपुर में 200 और लखनऊ में 500 मीटर रिकॉर्ड की गई। गोरखपुर, वाराणसी समेत पूर्वी यूपी के कई इलाकों में शीतलहर जैसी स्थिति बनी। अधिकतम तापमान में लगातार गिरावट के चलते सर्द हवाओं ने गलन बढ़ा दी है, जिससे बेतहाशा सर्दी का सामना करना पड़ रहा है। 27 जनवरी की सुबह तक वाराणसी में अधिकतम तापमान में 9 डिग्री की गिरावट (15.4) दर्ज गई, जबकि बुधवार की सुबह न्यूनतम तापमान भी सामान्य से तीन डिग्री और नीचे (7.2) चला गया। इसी तरह प्रयागराज में कोल्ड डे जैसी स्थिति रही। यहां अधिकतम तापमान 10 डिग्री गिरकर 14.9, और न्यूनतम तापमान तीन डिग्री की कमी के साथ 6.0 रहा। यहां दो दिन से सूर्य के दर्शन नहीं हुए। गोरखपुर में घना कोहरा और गलन शबाब पर रही। यहां भी बुधवार की सुबह तक अधिकतम तापमान ने 10 डिग्री (14.9) गोता खाया। न्यूनतम तापमान में भी सामान्य से तीन डिग्री (6.0) की कमी देखी गई।
इन बड़े शहरों में अगले पांच दिन का तापमान
वाराणसीः 31 जनवरी तक गलन और कोहरा बरकरार रहेगा। हालांकि अधिकतम तापमान में थोड़ा बढ़ोत्तरी हो सकती है, जिससे गलन से कुछ राहत मिल सकती है। पर घना कोहरे से अभी निजात मिलती नहीं दिख रही।
गोरखपुरः बुधवार को यहां घना कोहरा रहेगा और भीषण ठंड व गलन के चलते कोल्ड डे जैसी स्थिति बनने का अनुमान है। यहां भी 31 जनवरी तक घने कोहरे और गलन से निजात मिलने की सूरत नजर नहीं आ रही। हालांकि अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री तक बढ़ोत्तरी दर्ज की जा सकती है।
प्रयागराजः अधिकतम तापमान में सुधार होगा, लेकिन गलन और घना कोहरा जारी रहेगा। न्यूनतम तापमान भी 28 जनवरी को 2 डिग्री और 31 जनवरी तक 1 डिग्री नीचे जाने की संभावना है।
लखनऊः यहां भी कोहरे से 31 जनवरी तक निजात नहीं है। ठंड बरकरार रहेगी, हालांकि अधिकतम तापमान में लगातार सुधार होगा।
कानपुरः यहां बुधवार को कोल्ड डे जैसी स्थिति और घना कोहरा रहेगा। 31 जनवरी तक यहां भी कोहरे और गलन से बहुत अधिक निजात नहीं।
आगराः 27, 28 और 30 जनवरी को भीषण कोहरा और कोल्ड डे की संभावना जतायी गयी है। यहां भी अभी ठंड और कोहरे का प्रभाव बना रहेगा।
मेरठः 27 और 29 जनवररी को भीषण ठंड रहेगी। इस दिन घने काेहरे के साथ कोल्ड डे जैसी स्थिति बनने की संभावना है।
बरेलीः यहां 27 से 30 जनवरी तक कड़कड़ाती ठंड रहेगी। कोल्ड डे और घना कोहरा रहने की संभावना है।