काली चरण / किशनगढ़ .पुराने शहर में नागरी सांस्कृतिक परिषद की ओर से गणगौर महोत्सव के तहत ईसर गणगौर की शाही सवारी धूमधाम से निकाली गई। ईसर गणगौर बग्गी में विराजमान रहा। सवारी के ही लवाजमे में हाथी, घोड़ा, ऊंट, बग्गी एवं शाही हथियारधारी सैनिकों के साथ साथ मनमोहक झांकियां भी शामिल रही। इसमें राधाकृष्ण रास, शिव बारात एवं सिंह सवार दुर्गा मां प्रमुख रही। शिव बारात के मनमोहक नृत्य ने लोगों को आकर्षित किया। मेला संयोजक हेमंत पाराषर ने बताया कि इस अवसर पर पुराने शहर के मार्ग एवं ऐतिहासिक दरवाजों को रोशनी से सजाया गया। सवारी में हिन्दू जिया बैण्ड के बैंडवादक धुने बजाते हुए शामिल हुए। मीडिया प्रभारी अनुपम रतावा ने बताया कि बैण्ड की मधुर धुनों के बीच काचरिया पीठाचार्य जयकृष्ण देवाचार्य के सानिध्य में सवारी शाम 5.30 बजे किला चैक से आरंभ होकर तांगा स्टेण्ड, सदर बाजार, पिनारी चौक, सरवाड़ी गेट, कल्याण राय कटला पहुंची जहां ईसर गणगौर को विराजमान किया गया सवारी पुन: रवाना होकर गोविन्द देवजी मंदिर कचहरी चौक होती हुई किले में विराजित हुई। मुय अतिथि विधायक सुरेश टाक एवं विशिष्ट अतिथि पवन अग्रवाल रहे। मार्ग में जगह-जगह लोगों की ओर से ईसर गणगौर की सवारी का स्वागत किया गया। नागरी सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष दीपक दाधीच ने बताया कि मंगलवार को ईसर-गणगौर की सवारी किला चौक से आरंभ होकर जामड़ों का मोहल्ला होती हुई नया शहर पांच बत्ती जाएगी। महिलाओं ने की पूजा गणगौर के दिन नगर के विभिन्न क्षेत्रों में सुबह से ही महिलाओं ने समूहों में एकत्रित होकर गणगौर की पूजा प्रारंभ कर दी। दिन भर महिलाओं की ओर से गणगौर की पूजा की जाती रही। इसके साथ ही विभिन्न उद्यानों में महिलाएं जैले लेकर पहुंची।