मदनगंज-किशनगढ़ (अजमेर). मार्बल एरिया के हरमाड़ा चौराहा के पास स्थित मार्बल पत्थर को चिपकाने में प्रयुक्त होने वाले केमिकल की शॉप में लगी आग में झुलसे दो श्रमिकों में से एक ने शनिवार देर रात उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि दूसरा फिलहाल जेएलएन चिकित्सालय की बर्न यूनिट में उपचाररत है, उसकी भी हालत गंभीर बताई जा रही है। गांधीनगर थाना पुलिस ने रविवार को पोस्टमार्टम करवा शव परिजन को सौंप दिया।
घिर गए थे दोनों लपटों में
गांधीनगर पुलिस थाना प्रभारी रामसिंह ने बताया कि मार्बल एरिया के हरमाड़ा चौराहे के पास ही व्यापारी नवीन जैन की तीन केमिकल स्टोर हैं। उनमें से एक शॉप का मुनीम भिनाय के चांपानेरी निवासी मोनू मोची अपने सहकर्मी रूपनगढ़ सरगांव निवासी कानाराम नट (35) पुत्र श्योजीराम के साथ शनिवार सुबह करीब 9.30 बजे दुकान खोलने पहुंचे। दोनों ने शटर खोलकर लाइट जलाने के लिए भीतर लगे बिजली के बोर्ड का स्विच जैसे ही ऑन किया शॉर्ट सर्किल से लगी आग से दुकान के भीतर रखे केमिकल से भरे ड्रमों में तेज धमाका हुआ। चंद ही मिनटों में आग की लपटे तेजी से बाहर की तरफ आई और शटर के पास ही खड़े कानाराम नट और मोनू लपटों में घिर गए। मोनू और कानाराम को गंभीर रूप से झुलसी हालत में अजमेर के जेएलएन चिकित्सालय की बर्न यूनिट में भर्ती करवाया गया। शनिवार देर रात उपचार के दौरान कानाराम की मौत हो गई।
लोडिंग टैम्पो और तीन दोपहिया वाहन भी चले
आग की चपेट में आने से एक लोडिंग टैम्पो, दो मोटरसाइकिलें और एक मोपेड भी जल कर नष्ट हो गई थी।
टूटा दु:खों का पहाड़
पड़ताल में आया कि कानाराम बीस साल से किशनगढ़ में केमिकल व्यापारी नवीन जैन के यहां काम कर रहा था। कानाराम की पिता की मृत्यु पूर्व में हो चुकी है। वहीं बहनोई की मृत्यु के बाद विधवा बहन की भी जिम्मेदारी कानाराम पर थी। ऐसे में उसके परिवार में बूढ़ी मां, पत्नी, दो मासूम बच्चों के साथ विधवा बहन पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा। परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
परिवार को आर्थिक सहायता
मृतक कानाराम के रिश्तेदारों की मौजूदगी में किशनगढ़ मार्बल मंडी एसोसिएशन के पदाधिकारी व दुकान संचालक के बीच वार्ता हुई। मृतक के परिजन को आर्थिक सहायता पर सहमति बनी। जानकारी के अनुसार मृत परिवार को 8.5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है।