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साहबी नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त होने के बाद, अस्थाई मार्ग किया जाएगा शुरू 

अलवर-बहरोड़ मुख्य राजमार्ग पर ग्राम सोडावास और कारोडा के मध्य साहबी नदी पर बने पुल के जर्जर हो जाने के कारण एक साइड से स्पोट रेलिंग टूट कर झूल जाने के बाद पत्रिका ने समाचार प्रकाशित कर राजस्थान स्टेट रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने

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अलवर-बहरोड़ मुख्य राजमार्ग पर ग्राम सोडावास और कारोडा के मध्य साहबी नदी पर बने पुल के जर्जर हो जाने के कारण एक साइड से स्पोट रेलिंग टूट कर झूल जाने के बाद पत्रिका ने समाचार प्रकाशित कर राजस्थान स्टेट रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने प्रसंज्ञान लिया है। इसके बाद अब पुल को दुरुस्त करने का कार्य शुरू कर दिया है।

साहबी नदी पर करीब 32 वर्ष पूर्व सरकार के सार्वजनिक निमार्ण विभाग ने लोगों को बहती नदी की परेशानी से निजात दिलाने के लिए पुल निर्माण कराया था। जो अब जर्जर हाल में हो जाने से दूसरे नबर के पिल्लर के ऊपर से एक साइड में पुल टुट जाने के कारण कोई बडा हादसा नहीं हो जाए। कॉरपोरेशन के पीडी मनोज श्रीवास्तव और पीडब्लयूडी बहरोड के अधिकारी होतीलाल यादव मौके पर पहुंच कर पुल पर वाहनों की आवाजाही वन-वे किया और टूट पुल की साइड को मिट्टी के कटे रखकर एक साइड बंद किया और पूरी रात कर्मचारी- अधिकारी और बहरोड सदर थाना के पुलिस जाप्ता एएसआई सुरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में निगरानी के लिए तैनात रहे। भारी वाहनों की पुल के उपर से निकलने के लिए प्रतिबंध किया।

गुरूवार को सुबह से ही बाहरी वाहनों को और छोटे वाहनों को निकलने के लिए नदी पेटे में तीन जेसीबी मशीन चलाकर अस्थाइ मार्ग का निर्माण का कार्य शूरू किया। अस्थाई मार्ग तैयार होने के बाद पुल दुरूस्त होने तक आवाजाही पूर्णत्या बंद कर दी जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि पुल को दुरूस्त करने के लिए जयपुर से इंजीनीयर बुलाया है। तब तक पुल पर से वाहनों को बंद करने लिए पुराने रास्ते से नदी पेटे में अस्थाई मार्ग तैयार किया जा रहा है। अस्थाई मार्ग तैयार होने के बाद पुल का कार्य शूरू किया जाएगा। अभी पुल के ऊपर से एक साइड से हल्के वाहनों को निकलने दिया जा रहा है। भारी वाहनों को नही निकलने दिया जा रहा है। पुल की निगरानी के लिए जाप्ता उपस्थित है।

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