अलवर. दिल्ली के लाल किले से शुरू हुई भगवान देवनारायण की पदयात्रा मंगलवार को अलवर शहर में पहुंची। जहां भगत सिंह चौराहे पर अग्रसेन सर्किल की ओर से कई गांवों से ध्वजा लेकर आ रहे पदयात्री इसमें शामिल हुए। इसके बाद यात्रा काशीराम चौराहा, घंटाघर, होपसर्कस, त्रिपोलिया, अशोका टाकिज होते हुए टोंक निवाई के जोधपुरी धाम के लिए रवाना हो गई। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश सचिव एडवोकेट खेमराज गुर्जर ने बताया की ध्वज यात्रा का नेतृत्व धीरसिंह गुर्जर कर रहे है। पदयात्रा 20 सितम्बर को देव धाम जोधपुरिया निवाई पहुंचेगी। पदयात्रा में शामिल महिलाएं – पुरूष धार्मिक भजनों पर नाचते- गाते चल रहे थे। पदयात्रा का जगह- जगह स्वागत किया गया। पदयात्रा को लेकर श्रद्वालुओं में अपार उत्साह देखा गया।
कर्नल बैसला की जयंती मनाई
इधर घोडाफेर चौराहा स्थित गुर्जर छात्रावास में स्व.कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला की जयंती मनाई गई। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला सर्व समाज के नेता थे। उन्हें सभी लोग आदर्श के रूप में मानते थे। उन्होंने कहा कि कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के समाज के लोगों को संदेश देते थे कि समाज को अच्छा स्वास्थ्य और अच्छी शिक्षा चाहिए। समाज में पढ़ी-लिखी मां चाहिए। शिक्षित मां एक तरफ 100 शिक्षक एक तरफ है। अंग्रेजी सीखो और नशा मत करो। 15 साल की इमरजेंसी लगा दो केवल शिक्षा और स्वास्थ्य के अलावा कोई खर्च नहीं होना चाहिए। समाज के सभी लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए खर्चा करना चाहिए। उन्होंने समाज को एक नई दिशा दी है। इस दौरान गुर्जर छात्रावास अध्यक्ष बाबूलाल पोसवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र कसाना, बने सिंह गुर्जर, रामस्वरूप , वार्डन महाराज सिंह, सहवार्डन इंजी. फूल सिंह, एडवोकेट जीतू गुर्जर, राजकुमार ,रामलखन बैंसला, सुरेंद्र बागड़ी , लक्की गुर्जर, महेश गुर्जर, कप्तान, सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।