अलवर शहर में संत दुर्बल नाथ की जयंती के अवसर पर शोभायात्रा और झांकी का आयोजन किया गया। इस धार्मिक आयोजन में शहरवासियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और श्रद्धा पूर्वक संत दुर्बल नाथ जी को नमन किया। शोभायात्रा की शुरुआत सुबह मंदिर परिसर से हुई, जहां भक्तों ने संत की मूर्ति की पूजा-अर्चना की। शोभायात्रा में अनेक आकर्षक झांकियां सजाई गई, जो संत दुर्बल नाथ जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शा रही थीं। श्रद्धालुओं ने मार्ग में फूल बरसाते हुए संत के जीवन और उनके आदर्शों का अनुसरण करने का संकल्प लिया। शोभायात्रा के दौरान धार्मिक गीत-संगीत और भजन गाए गए, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया। संत दुर्बल नाथ जी ने समाज में प्रेम, समर्पण और सेवा के संदेश का प्रचार किया था। उनकी जयंती पर आयोजित इस शोभायात्रा का उद्देश्य उनकी शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार करना और समाज में एकता और भाईचारे का संदेश फैलाना था। आयोजन समिति ने इस अवसर पर स्थानीय नागरिकों और युवाओं से संत की शिक्षाओं का पालन करने का आह्वान किया।