अलवर. सरिस्का बाघ परियोजना स्थित जलाशयों में गर्मियों के समय में वन्यजीवों के पीने के पानी का अभाव बना रहता है। वन्यजीवों को पीने के पानी की आवश्यकता के अनुसार सरिस्का जंगल में जगह- जगह सोलर लाइट लगाई गई है। इस सोलर लाइट से ट्यूबवेल से जलाशयों में पानी भरा जा रहा है । जिससे वन्यजीवों को गर्मियों में पीने के पानी के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ा।
सरिस्का के जंगल में अब तक 17 सोलर लाइट लगाई जा चुकी हैं जिससे वन्यजीवों को जंगल में आसानी से पीने का पानी मिल सके । ये सोलर लाइट आईसीआईसीआई फाउंडेशन की ओर से लगाई गई है। सोलर लाइट रिमोट से भी चल सकती है। इसकी रेंज काफी किलोमीटर दूर तक की रहती है। सोलर लाइट में विशेष चिप लगाई गई है।
सरिस्का से अब वन्यजीवों को प्यास लगने पर पीने के पानी के लिए गांव की ओर पलायन नहीं करना पड़ेगा। सीसीएफ, डीएफओ व सदर रेंजर की ओर से सरिस्का के जंगल में स्थित जलाशयों का समय-समय पर निरीक्षण किया जाता है। निरीक्षण के दौरान जलाश्यों में वन्यजीवों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था की जानकारी ली जाती है। वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए यह सोलर लाइट काफी मददगार साबित होगी।
गौरतलब है कि गर्मियों में सरिस्का में स्थित जलाश्यों में पानी सूख जाता है। जिससे वन्यजीवों को पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकते हुए गांवों की ओर पलायन कर जाते थे। जिससे अन्य वन्यजीवों का शिकार होने का खतरा बना रहता था। अब सोलर लाइट लगने से ट्यूबवेल से जलाशयों में पानी भरा जाएगा और जलाश्यों में वर्ष भर पानी भरा रहेगा ।