🌟(आज का पंचांग – बुधवार, 29 अक्टूबर, 2025)🌟
विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 6 जमादि उल अव्वल
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ऋतु
मास – कार्तिक
पक्ष – शुक्ल
श्रेष्ठ चौघड़िये – आज लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः सूर्योदय से 9:24 तक रहेंगे। शुभ का चौघड़िया 10:47 से 12:11 तक रहेगा। चर, लाभ के चौघड़िये क्रमशः 2:57 से सूर्यास्त तक रहेंगे। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।
तिथि – सप्तमी तिथि दिन 9:24 तक तदुपरान्त अष्ठमी तिथि होगी।
दिशा शूल – आज उत्तर दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए उत्तर दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 12:00 से 1:30 तक
नक्षत्र – उत्तराषाढ़ा नक्षत्र सायं 5:30 तक तदुपरान्त श्रवण नक्षत्र रहेगा।
योग – धृति योग प्रातः 7:51 तक तदुपरान्त शूल योग रहेगा।
करण – वणिज करण दिन 9:24 तक तदुपरान्त विष्टि करण रहेगा।
व्रत / दिवस विशेष – भद्रा दिन 9:24 से रात्रि 9:45 तक, डाला छठ् महापर्व पर उदयगामी सूर्य को अर्घ्य (बिहारी समाज), जलाराम जयंती, अष्टाह्निका महापर्व शुरु (जैन),
चन्द्रमा – आज सम्पूर्ण दिन रात्रि मकर राशि में होगा।
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्म लेने वाले बच्चों की राशि मकर होगी। आज जन्म लेने वाले बच्चों का सायं 5:30 तक उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होगा तदुपरान्त श्रवण नक्षत्र रहेगा। आज जन्मे बच्चों का ताम्र पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर ज, जी, खी, खु, खे पर रखे जा सकते हैं।
मकर राशि के स्वामी शनि देव हैं। ये राशि शांत स्वभाव की धैर्यवान व सहनशील होती हैं परंतु ये लोभी भी होते हैं। इनका व्यवहार गहन विचार करने वाला व क्षमाशील होता हैं। ये लोग अच्छे व्यापारी होते हैं। ये चर राशि होने के कारण एक स्थान पर एक जगह टिक कर कार्य नहीं कर पाते। अधिकतर तोल-मोल कर बात करते हैं और एकांतप्रिय, तपस्या व तप पसंद करते हैं। ऐसे जातक गंभीर, भावुक, संवेदनशील, मननशील एवं धार्मिक प्रवृत्ति वाले होते हैं।
✍️ पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद्