बारां. जिले में आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है। लोग असमय ही काल के गाल में समा रहे है। किसी को शादी समारोह व कार्यक्रम में पहुंचने की जल्दी है तो किसी को घर पहुंचने की जल्दी है, लेकिन अपनों से मिलने की जल्दी में दुर्घटनाओं का शिकार होकर अपनों से ही दूर हो रहे है। दुपहिया सवार हेलमेट को बोझ समझ रहे है। पत्नी और परिवार के लोगों के कहने पर कोई हेलमेट लेकर निकलता हे तो वह दुपहिया पर टांगकर ही तेज रफ्तार में फर्राटे भरने से नहीं चूक रहे है। अप्रेल माह में शादी समारोह की धूम शुरू हुई तो सड़कों पर वाहनों की रेलमपेल भी नजर आने लगी, लेकिन इस दौरान यातायात नियमों की अवहेलना करने से दुर्घटनाओं में भी एकाएक बढ़ौतरी दर्ज की जा रही है। अप्रेल माह के बीते 18 दिनों में ही करीब 15 लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु हुई है। मार्च माह तक के तीन माह में करीब 40 की मौत हो गई थी।
बिना देखे ले रहे पीछे, कूचल रहे जिंदगी
चारपहिया वाहन चालक वाहनों को पीदे लेने के दौरान भी लापरवाही बरत रहे है। तीन अप्रेल को शहर की मुख्य सब्जीमंडी में गायत्री मंदिर के सामने एक वाहन चालक की ने बैक में लेते समय करीब 75 वर्षीय वृद्धा मांगीबाई बैरवा को कूचल दिया। इसके बाद 14 अप्रेल को कोटा रोड बायपास स्थित एक पेट्रोलपम्प के समीप बैक में लेते समय एक ट्रक चालक ने दादी पोती की जान ले ली। दोनों दादी पोती धूप से बचाव के लिए उसी ट्रक की छांव में खड़ी थी। मृतका दादी निर्मला का पति बाइक में पेट्रोल भराने गया था।
खास लगा लेते हेलमेट, 5 की मौत
दुपहिया चालक के अलावा उअन्य पीछे बैठने वाली सवारियों के लिए हेलमेट लगाना आवश्यक है, लेकिन यहां दुपहिया चालक तक इससे परहेज कर रहे है। हाल ही में हुई दिल दहलाने वाली दो दुर्घटनाओं में तो पांच नौजवानों की मौत हुई थी। चार अप्रेल को किशनगंज के समीप फोरलेन हाइवे पर अज्ञात वाहन की भिड़न्त से बाइक सवार तीन युवकों चिल्लू, रवि व लोकेश सहरिया की जान चली गई। बाइक में मिले वाहनों से मृतकों की पहचान हुई थी। आठ अप्रेल को भंवरगढ़ में डिवाइडर से टकराने से बाइक सवार दो युवकों की जान चली गई। दोनों युवक खातोली थाना क्षेत्र के सुमेरपुरा गांव निवासी थे।
वर्ष दुर्घटना मृत्यु घायल
2020 99 27 107
2021 101 35 114
2022 103 40 156