भरतपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने जिले के मेवात के कैथवाड़ा थाने में कार्यरत एएसआई विश्वामित्र को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। एएसआई ने परिवादी से रिश्वत उसके भतीजी को एक केस से बचाने के एवज में ली थी। ज्ञात रहे कि मेवात के थानों में अक्सर केस में नाम निकालने के एवज में रिश्वत के मामले सामने आते रहे हैं। सर्वाधिक आरोप भी मेवात के थानों में ही लगते रहे हैं। यही कारण है कि एसीबी ने यहां कुछ माह के अंतराल में दूसरी बड़ी कार्रवाई की है। एसीबी महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि परिवादी ने भरतपुर एसीबी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। परिवादी ने शिकायत में बताया कि कैथवाड़ा थाने का एएसआई विश्वामित्र दर्ज मुकदमे में भतीजी को आरोपी नहीं बनाने व प्रकरण में मदद करने की एवज में 20 हजार की रिश्वत मांग कर परेशान कर रहा है। शिकायत का भरतपुर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सिंह के नेतृत्व में सत्यापन किया गया। बुधवार शाम को आरोपी एएसआई विश्वामित्र ने परिवादी को रिश्वत राशि लेकर बुलाया। परिवादी से जैसे ही आरोपी एएसआई विश्वामित्र पुत्र रामनाथ निवासी मालपुरा रामगढ़ अलवर ने रिश्वत की 20 हजार रुपए की राशि ली, तो एसीबी टीम ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। वहीं एसीबी के उप महानिरीक्षक पुलिस -द्वितीय कालूराम रावत के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ एवं आरोपी के ठिकानों पर तलाशी जारी है।