30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भीलवाड़ा

मांडल में नाचे नाहर, धडूम की आवाज निकाल किया रोमांचित

भीलवाड़ा। मांडल में विरासत की सभ्यता व संस्कृति को संजोए कस्बे का ऐतिहासिक 410वां नाहर नृत्य रविवार को बड़े हषोल्लास व धूमधाम से मनाया गया।

Google source verification

भीलवाड़ा। मांडल में विरासत की सभ्यता व संस्कृति को संजोए कस्बे का ऐतिहासिक 410वां नाहर नृत्य रविवार को बड़े हषोल्लास व धूमधाम से मनाया गया। राजस्थान लोक कला केंद्र व दशहरा नाहर नृत्य एवं उत्सव कमेटी के तत्वावधान में शेष सहाय धाम व दशहरा चोक में कर्णप्रिय वाद्य यंत्रों की मधुर धून के साथ शरीर पर दूधिया रुई लपेट बने नाहर लोगो ने मंदिर में भगवान चारभुजा नाथ के सामने नृत्य पेश किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रधान शंकर लाल कुमावत थे।

 

इस मौके पर अति. पुलिस उपाधीक्षक गोवर्धन लाल, उपखण्ड अधिकारी हुक्मीचंद रोहलानिया, सरपंच संजय भण्डिया, पुलिस उपाधीक्षक सुरेंद्र कुमार, तहसीलदार मदन परमार भी मौजूद थे। देर रात तक नाहर नृत्य ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। बीच-बीच मे ‘धडूम’ की आवाज निकाल कर दर्शकों को आनंदित किया। स्थानीय कलाकारों ने देश भक्ति गीत गाए। देर रात तक नाहरों ने घरों में जाकर नृत्य किए। टोंक के सुरेश-जगदीश ने भवाई पेश किया।
ये बने नाहर : शेष सहाय धाम पर देबीलाल, कालू , सत्यनारायण, भैरू व हुजूरिया पीरु माली व दशहरा चौक पर भंवर माली, जितेंद्र माटोलिया, राकेश तड़बा, सोम्य शर्मा, हुजुरिया अंतिम व्यास ने नृत्य पेश किया।
दिन में खेली होली
रविवार को सुबह ही बच्चे और युवा हाथों में पिचकारियां व गुलाल लेकर रंग खेलने निकल पड़े। दिन में तालाब की पाल व सदर बाजार से मदमस्त युवाओं की टोली प्रकाश चौधरी व राजकुमार बिड़ला को कंधों पर लेकर तहसील कार्यालय में पहुच कर तहसीलदार मदन परमार को गुलाल लगा होली खिलाई। रंगतेरस पर पुलिस प्रशाशन मुश्तेद दिखा। एहतियात के तौर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोवर्धन लाल के नेतत्व में आसपास के थानों बनेड़ा, बागोर, पुर, रायपुर, रायला से जाब्ता व पुलिस लाइन से करीब चार सौ जवान कस्बे के मुख्य चौराहों पर तैनात दिखे। पुलिस ने ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की।