अब नहीं खाना पड़ती दवाई, पेन कीलर भी की बंद
बुरहानपुर. योग हमारे जीवन में कितना महत्वपूर्ण है यह केवल बातों से नहीं बल्कि नियमित जीवन में इसे अपनाने पर पता चलता है। इसका अनुभव उन्हें हो रहा है, जो पिछले पांच या दस साल से योग कर रहे हैं। उन्होंने न केवल शरीर स्वस्थ रखा बल्कि गंभीर बीमारी माइग्रेशन, थॉयरायडजैसी बीमारियों को भी मात दी। विश्व योग दिवस पर जानते हैं उन लोगों को जिनकी दिन की शुरुआत सुबह योग से होती है।
मेरा माइग्रेशन दूर हो गया
बड़े पोस्ट ऑफिस निवासी सुनीता भमोरे 65 साल की है। पिछले 12 साल से वह योग कर रह है। तबीयत बार बार खराब होना। माइग्रेशन जैसी बीमारी ने जकड़ लिया। पैरों में दर्द होना। जब योग शुरू किया तो धीरे धीरे मानो बीमारियां शरीर का साथ छोडऩे लगी। अब तो माइग्रेशन जैसे है ही नहीं। वजन भी कम हो गया और पैरों का दर्द भी चला गया।
पेन कीलर दवाईखाना बंद कर दी
राजपूरा निवासी 60 वर्षीय मीना शाह बताती है कि वह पिछले 5 साल से योग कर रही है। घुटनों का दर्द चला गया, वजन भी कम हो गया। शरीर में लचीला पन आ गया। पेन कीलर दवाईखाना तो अब पूरी तरह बंद कर दी। वे कहती है कि महिलाएं प्रतिदिन योगा करें तो दवाइयों की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। यह हमारे जीवन के लिए बहुत जरूरी है।
थॉयरायड अब बहुत सामान्य
पांडूमल चौराहा निवासी खुशी श्रॉफने नियमित योगा करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सुबह की शुरुआत में योग बहुत जरूरी है। उन्हें थॉयरायड से वजन बढ़ गया था। अब नियमित योग से वजन कम हो गया और दवाइयों की जरूरत भी नहीं पड़ती। सूर्यनमस्कार भी वह प्रतिदिन करती है। इससे नियमित जीवन में काफी बदलाव आया।
एक्सपर्ट व्यू
योग करने से कईफायदे
योग टे्रनर आशा जैन पिछले 12 साल से महिलाओं को योग सीखा रही है। वे कहती है कि योग में ध्यान बहुत जरूरी है। ये मुद्राएं शरीर और मन को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं, तनाव से राहत देती हैं और आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ाती हैं। योग मुद्राएं ध्यान और एकाग्रता को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। योग मनुष्य में मानसिक और शारीरिक स्फूर्ति प्रदान करने के साथ सदाचार एवं अनुशासन जैसे गुणों को भी पैदा करता है। इसलिए आमजन योग को अपने दिनचर्या में शामिल करें। रोजाना योग करने से शरीर स्वास्थ्य रहने के साथ बीमारी को दूर करता है। नियमित योगा करने से शरीर के अंदर के विषाक्त पदार्थ कम होते जाते हैं और खून में नए सेल का निर्माण होता है। ऐसा होने से शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती जाती है।