बुरहानपुर. बालाजी महाराज की रथ यात्रा की 400 साल प्राचीन परंपरा फिर शहर में जीवंत हो उठी। नवरात्रि से इसका शुभारंभ हुआ। महाजनापेठ स्थित बड़े बालाजी मंदिर प्रांगण में पूजन अर्चना कर रथ की शुरुआत की गई। बालाजी गोविंदा के जयघोष से शहर गूंज उठा। भक्तों ने पूरे उत्साह के साथ रथ को खींचा। बालाजी महाराज के दर्शन को आस्था उमड़ पड़ी।
साल भर में यह नौ दिनों का अवसर होता है जब बालाजी महाराज भक्तों को दर्शन देने के लिए मंदिर से निकलकर रथ में सवार होकर शहर में भ्रमण पर निकलते हैं। रविवार रात्रि 8 बजे बालाजी महाराज छोटे रथ में हाथी वाहन पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकले। रथ यात्रा को भक्तों ने अपने हाथों से खींचा। रथ मंदिर से निकलकर पांडूमल चौराहा, गांधी चौक, फव्वारा चौक से वापस शनि मंदिर, पांडूमल चौराहा से मंदिर पहुंची। मंदिर पुजारी पंडित चंद्रकांत बालाजीवाले ने बताया कि भक्तों ने अपने हाथों से रथ को खींचा।