छतरपुर। खजुराहो से पन्ना तक 72 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का काम इस साल शुरु नहीं हो सकेगा। तय समय से एक साल पीछे चल रही प्रक्रिया दोबारा अटक गई है। रेलवे बोर्ड से अतिरिक्त बजट के रुप में मिले 53 करोड़ रुपए को रीवा सिंगरौली रेल लाइन के लिए अलॉट कर दिया गया है। इसके पहले खजुराहो से सतना के बीच रेल लाइन के लिए मिले 50 करोड़ रुपए पन्ना से सतना रेल लाइन के बीच खर्च होने से खजुराहो-पन्ना रेललाइन का काम शुरु नहीं हो पाया था। निर्धारित समय अप्रेल 2020 में छतरपुर जिले की सीमा पर केन नदी के पुल और खजुराहो से केन नदी तक रेल लाइन निर्माण का टेंडर जारी नहीं हो पाया था। अब अतिरिक्त बजट की राशि दूसरे रेलखंड को मिल जाने से खजुराहो से पन्ना के बीच वन भूमि के अधिग्रहण का काम भी टल जाएगा। इसके साथ ही पन्ना से सतना के बीच चल रहा निर्माण कार्य भी अगले बजट तक के लिए रुका रहेगा।
सीधी सांसद ने ले लिया अतिरिक्त बजट
सांसद व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने रेलवे के लिए अतिरिक्त बजट आवंटित कराने का भरोसा दिया था। उन्होंने इस संबंध में रेल मंत्री से भी मिलने की बात कही थी, लेकिन रेल मंत्रालय की ओर से जारी बजट री-डिस्ट्ररव्यूशन में वे दोनों रेलवे लाइन को एक भी बजट नहीं दिया गया है। फरवरी में पेश मुख्य बजट में परियोजना के लिए कम राशि आवंटित होने को लेकर खजुराहो सांसद ने क्षेत्र में रेलवे लाइन के लिए अतिरिक्त बजट आवंटित कराने के प्रयास की बात कही थी। लेकिन इनमें सांसद व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा अतिरिक्त बजट नहीं ला सके, जबकि सीधी सांसद रीति पाठक ने रीवा सिंगरौली रेलवे लाइन के लिए 53 करोड़ का अतिरिक्त बजट आवंटित करा लिया है। जिसमें से 21.50 लाख रुपए जारी भी कर दिए गए हैं।
बजट के अभाव में एक साल से शुरु नहीं हो पा रहा काम
रेल लाइन निर्माण की शुरुआत एक साल से अटकी हुई है। छतरपुर जिले की सीमा में दो बड़े काम के टेंडर अप्रेल 2020 में ही जारी होने थे। लेकिन बजट में खजुराहो से सतना तक के लिए केवल 50 करोड़ की राशि आई। कम राशि आने पर रेलवे ने इस राशि को सतना से नागौद के बीच चल रहे काम में लगा दिया गया और बजट की कमी के चलते खजुराहो से पन्ना के बीच रेल लाइन के लिए टेंडर नहीं हो सके। अब अतिरिक्त बजट की राशि रीवा सिंगरौली लाइन के लिए दिए जाने से इस वित्तीय वर्ष में खजुराहो-पन्ना रेल लाइन का काम शुरु नहीं हो सकेगा। वहीं, पन्ना से सतना के बीच चल रहा काम भी अटका रहेगा।
वनभूमि हैंडओवर होने का काम टला
खजुराहो से पन्ना के बीच रेलवे के 6 स्टेशन बनाए जाने हैं, जिसमें से छतरपुर जिले की सीमा में 20 किलोमीटर की दूरी में 2 स्टेशन बरखेड़ा, सूरजपुरा का निर्माण किया जाएगा। इसके बाद पन्ना जिले की सीमा में सबदुआ, बालूपुर, अजयगढ़ और सिंहपुर में रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे। पन्ना जिले में रेल लाइन के लिए वन विभाग से 309 हेक्टेयर जमीन राज्य शासन के जरिए रेलवे को हैंड ओवर करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में आकर अटक गई है। वहीं, छतरपुर जिले में केन नदी के किनारे वनविभाग की 8 हेक्टेयर जमीन वनविभाग से रेलवे को हैंडओवर होने का काम भी बजट के अभाव में टल गया है।
3 पार्ट में बननी है 72 किलोमीटर रेल लाइन
खुजराहो से पन्ना तक 72 किलोमीटर रेल लाइन डाली जाएगी। रेल लाइन का काम तीन पार्ट में किया जाएगा। पहले पार्ट में 23 किलोमीटर खजुराहो से सबदुआ के बीच रेल लाइन डाली डाएगी। वहीं दूसरे पार्ट में सबदुआ से अजयगढ़ तक 17 किलोमीटर रेल लाइन डाली जाएगी। इसके बाद तीसरे पार्ट में अजयगढ़ से पन्ना 31 किलोमीटर रेल लाइन का काम किया जाएगा। 72 किलोमीटर की रेल लाइन में सबसे महत्वपूर्ण पुल केन नदी पर बनाया जाना है। एक किलोमीटर लंबे पुल में 30 मीटर के 32 स्पान बनाए जाना है, इस पुल की लागत करीब 80 करोड़ रुपए आंकलित है। वहीं, खजुराहो से पन्ना के बीच 48 छोटे पुल और 32 बड़े पुल बनाए जाने हैं। लेकिन रेल बजट व अतिरिक्त बजट में इस खंड के लिए रुपए नहीं मिल पाए हैं।
बजट न होने से काम शुरु नहीं हो पा रहा
बजट रीडिस्ट्रीब्यूशन में खजुराहो-पन्ना रेल लाइन के लिए बजट नहीं मिला है। बजट न होने से छतरपुर से पन्ना के बीच रेल लाइन, पुल और वन भूमि के काम शुरु नहीं हो पा रहे हैं।
एसके रिछारिया, एसई, रेलवे