Dantewada News: नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जहां नक्सली युवाओं को बारूद और बंदूक का पाठ पढ़ाया करते थे वहां अब जंगल के बच्चों का भविष्य गढ़ा जा रहा है। इसी स्कूल को पुलिस ने नक्सलियों का ट्रेनिंग कैंप बताकर तोड़ा था। अब उसकी दशा और दिशा दोनों बदल गई है। स्कूल का संचालन 12 पंचायत के ग्रामीण कर रहे है। स्कूल को रहवासी छात्रावास के रूप में विकसित किया गया है।
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Dantewada News: पंचायतों के ग्रामीण कह रहे हैं कि यह भूमकाल छात्रावास है। यहां 115 बच्चे 5वीं तक पढ़ाई करते हैं। इस स्कूल की पूरी व्यवस्था 12 पंचायतों के ग्रामीण पैसा एकत्र कर करते हैं। Dantewada News इस व्यवस्था में बच्चों का भोजन पानी, स्कूली ड्रेस और शिक्षकों का वेतन भी शामिल है। इतना ही नहीं यहां खाना बनाने वालों को भी 3 हजार रुपए प्रतिमाह दिया जा रहा है।