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दौसा

पत्रिका का अमृतं जलम अभियान… जल ही जीवन है और जल के बिना जीवन की परिकल्पना भी असम्भव

भागीरथों ने तलाई को अनवरत स्वच्छ बनाए रखने के लिए नियमित रूप से अभियान को गति देने का संकल्प लिया

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सिकराय (दौसा) . जल स्रोतों का पुनरुद्धार और जल संरक्षण की जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजस्थान पत्रिका के अमृतं जलम अभियान का आगाज हुआ। इस अभियान से दर्जनों महिला व पुरुष भागीरथ बने और सीकरी गांव की कांगला बाबा वाली तलाई में हाथ से हाथ मिलाकर श्रमदान किया। तीन घंटे की मेहनत के बाद तलाई साफ नजर आई। सभी श्रमवीरों ने तलाई को अनवरत स्वच्छ बनाए रखने के लिए नियमित रूप से अभियान को गति देने का संकल्प लिया।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामजीलाल ओढ़ ने कहा कि जल ही जीवन है और जल के बिना जीवन की परिकल्पना भी असम्भव है। इंसानों की कई गलतियों के कारण आज वसुंधरा की कोख सूख रही है। पत्रिका के अभियान से जुडकऱ लोग जल स्रोतों का पुनरुद्धार करें। सरपंच बत्तूराम मीना ने कहा कि नदियां दम तोडऩे की कगार पर हैं तो पेयजल के अन्य साधन नलकूप, हैण्डपम्प, कुएं, ट््यूबवैल आदि नाकाम साबित हो रहे हैं। ऐसे में पत्रिका का यह अभियान सराहनीय है। जीएसएस अध्यक्ष ज्ञानङ्क्षसह पीपलकी ने कहा कि पानी की इसी कीमत को समझाने व धरती पर जीवित हर प्राणी के लिए जीवनदायिनी का दायित्व निभाने वाली नदियों को संरक्षित प्रदूषणमुक्त बनाने के उद्देश्य से ’’पत्रिका’’ का अमृतं जलम अभियान शुरू हुआ है। शिवराम मीना ने कहा कि पत्रिका का अभियान के तहत लोगों को जल ही जीवन है और जल अमृत के समान है। इसकी महत्ता को यदि नहीं पहचाना गया तो बहुत जल्द आने वाले दिनों में पृथ्वी के सारे प्राणियों का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा।
ब्लॉक अध्यक्ष खेमराज मीना ने कहा कि तलाई की सफाई का उद्देश्य बरसात का पानी का भराव किया जा सके। इस दौरान प्रधानाचार्य धन्नराम मीना ने सभी को जीवन में पानी का महत्व समझाया। उपस्थित सभी ग्रामीणों को पानी बचाने का संकल्प दिलाया गया। अभियान में महिलाओं ने भी बढ़-चढकऱ भाग लिया।
इस दौरान ग्राम विकास अधिकारी सुमन मीना, राजेश मीना सीकरी, विक्रम मीना, सुरज मीना, राधेश्याम, बंसती देवी, ओमकला देवी, अल्का देवी, रामपति देवी, बिरमा देवी, धौली देवी, बलराम, अनिल, लालाराम मीना, मलखान, विनोद प्रजापति आदि ने श्रमदान लिया।