Jagdalpur News: दंतेवाड़ा पुलिस लाइन कारली में शहीद जवानों को सलामी देने परिजन, आम व खास नागरिक पहुंचे हुए थे। सीएम विष्णुदेव साय भी यहां शहीदों को पुष्पचक्र भेंट कर अंतिम विदाई देने के बाद सीधा परिजनों से भेंट करने पहुंचे। दीर्घा में बैठे परिजनों को जब व ढांढस बंधाते आगे बढ़ रहे थे। इसी दौरान सहसा उनके कदम एक दुधमुंहे के पास रुक गए। यह दो माह का बच्चा था।
ये बच्चा शहीद जवान सुदर्शन वेट्टी का था। वह मां की गोद में कपड़ों में लिपटा हुआ था। वह बेखबर था। उसको तो पता भी नहीं है कि उसके सिर से पिता का साया उठ चुका है। इस बच्चे को सीएम साय ने गोद में लेने में को प्रयास किया। हालांकि वह बच्चे को गोद में नहीं ले सके लेकिन उसे देख भावुक हो गए और उसके सिर पर हाथ घुमाया। इसी दुधमुंहे ने पिता को मुखाग्रि दी। जिसने पापा कहना नहीं सीखा उसने अपने पुत्र होने का धर्म निभाया।
सभी की आंखों से आंसू छलके
पिता के अंतिम संस्कार के लिए दो माह के बच्चे को उसके दादा ने गोद में उठाया व पिता की चिता तक लेकर गए। दादा की आखों में आंसू थे। दोहरे दर्द से वे सिसक कर कराह रहे थे। उन्होंने जिस बेटे को खो दिया, उसी का दो माह का बच्चा उनकी गोद में था। इस मार्मिक दृश्य को देख वहां मौजूद हर किसी की आंख में आंसू छलक पड़े।