Atal Bhujan Yojana Rajasthan जयपुर। भूजल संरक्षण और प्रबंधन के लिए अब अफसरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। Groundwater Conservation and Management इसमें प्रदेश के राज्य, जिला, ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तर पर अधिकारियों और कर्मचारियों को भूजल संरक्षण व प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इस पर विभाग करीब 1.63 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। कार्मिकों को क्षमता संवर्द्धन के लिए यह प्रशिक्षण सिंचाई प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान (आईएमटीआई) कोटा की ओर से दिया जाएगा। पिछले दिनों इसे लेकर एमओयू भी हो चुका है। इसके तहत वर्ष 2021-22 में 56 और वर्ष 2022-23 में 336 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
प्रदेश के 17 जिलों के 38 पंचायत समिति क्षेत्रों में करीब 2 लाख हैक्टेयर भूमि पर अटल भूजल योजना क्रियान्वित की जा रही है। इससे करीब 1.55 लाख कृषकों को फायदा होगा। योजना में वर्षा जल संरक्षण को बढ़ावा देने पर फोकस है। इसके सही उपयोग के लिए कृषि, उद्यानिकी, जलग्रहण एवं भूसंरक्षण, जल संसाधन, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, वन, ऊर्जा तथा भूजल विभाग की योजनाओं को शामिल किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य भूजल क्षेत्रों में जल प्रबंधन को प्रमोट करने और गिरते भूजल स्तर की रोकथाम करने पर है।
अटल भूजल में दो घटक शामिल किये गये है। इनमें पहला संस्थागत सुदृढ़ीकरण एवं क्षमता संवर्धन से टिकाऊ भूजल प्रबंधन करना है। वहीं दूसरा केन्द्र एवं राज्य की विभिन्न योजनाओं के समन्वय के साथ-साथ नवाचारों को बढावा देते हुए सामुदायिक सहभागिता से टिकाऊ भूजल प्रबंधन करना है। इनमें प्रथम घटक के तहत योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।