जयपुर। गर्मी में पानी को लेकर जलदाय विभाग की चिंता अभी से बढ़ गई है। अवैध रूप से पानी ‘डकार’ रहे लोग विभाग के लिए परेशानी का सबब बने हुए है। प्रदेश में कितने अवैध नल कनेक्शन है, इसका रिकॉर्ड विभाग के पास उपलब्ध नहीं है। कार्रवाई के नाम पर जलदाय विभाग ने इस वित्तीय वर्ष में सिर्फ 11 हजार 665 अवैध कनेक्शन पकड़े है।
हालांकि विभाग के अफसरों ने गर्मी में पानी के इंतजाम के साथ अवैध कनेक्शनों पर कार्रवाई करने का प्लान तैयार कर लिया है। आगामी दिनों में जयपुर सहित प्रदेशभर में अवैध जल कनेक्शनों के खिलाफ विभाग के अफसर कार्रवाई करेंगे। जलदाय विभाग के आंकड़ों पर नजर डाले तो अवैध कनेक्शन के खिलाफ कार्रवाई करने के मामले में अफसर अनदेखी कर रहे है। इसका खामियाजा अन्य जनता को भुगतना पड़ रहा है। पिछले 9 माह में जलदाय विभाग ने प्रदेशभर में सिर्फ 11 हजार 665 अवैध कनेक्शन ही हटाए।
एसीएस लगा चुके फटकार
जानकारों की मानें तो राजधानी में ही अवैध कनेक्शनों की भरमार है, ऐसे में विभाग के एसीएस सुबोध अग्रवाल ने इंजीनियर्स को अवैध कनेक्शन हटाने के काम को प्राथमिकता से करने को लेकर फटकार भी लगाई। साथ ही उन्होंने अवैध कनेक्शन हटाने के मामले में किसी की भी सिफारिश नहीं मानने की बात कही है। दरअसल विभाग ने अभी से गर्मी में पानी की आपूर्ति को लेकर तैयारी शुरू की है। इसमें अवैध कनेक्शन विभाग के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
1836 नल कनेक्शनों को किया नियमित
जलदाय विभाग के आंकड़ों के अनुसार विभाग ने 1 अप्रेल 2022 से 3 जनवरी 2023 तक 11 हजार 665 अवैध जल कनेक्शन हटाए है। इनमें जयपुर में 1918, अजमेर में 2110, नागौर में 2112, अलवर में 1378 एवं बीकानेर में 703 अवैध कनेक्शन हटाए गए। इस अवधि में करीब 642 अवैध बूस्टर्स भी जब्त किए गए। इनमें सबसे ज्यादा 377 अवैध बूस्टर्स जयपुर में जब्त किए गए। वहीं 1836 जल संबंधों को नियमित किया गया।
किसी की सिफारिश नहीं सुनें, अवैध कनेक्शन हटाएं
एसीएस सुबोध अग्रवाल ने फील्ड अभियंता को अवैध कनेक्शन हटाने के मामले में किसी की भी सिफारिश नहीं मामने और अवैध कनेक्शन हटाने के मामले में कोई रियायत नहीं बरते के निर्देश दिए है। इसके साथ ही उन्होंने गर्मी से पहले ही प्राथमिकता से अवैध कनेक्शन हटाने की बात कही है।