झालावाड़. मार्च के प्रथम पखवाड़ में मौसम में आ रहे बदलाव से लोग वायरल बुखार की चपेट में आ रहे हैं। जिले मेें घर-घर में खांसी-जुकाम व बुखार के मरीज मिल रहे हैं। लोगों की सेहत सही होने में भी एक सप्ताह का समय लग रहा है। जिले के सबसे बड़े चिकित्सालय एसआरजी में इन दिनों ओपीडी में मरीजों की लंबी-लंबी कतारे नजर आ रही है। मरीजों की करीब 10 फीसदी संख्या बढ़ गई है। फिजिशियन ओपीडी के बाहर दिनभर मरीजों की लाइन देखी जा रही है। हालांकि राहत की बात ये है कि मरीजों को भर्ती नहीं करना पड़ रहा है। ओपीडी में दिए जा रहे इलाज से ही सही हो रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले एक सप्ताह तक ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है। दिन का पारा 33 डिग्री के ऊपर चल रहा, वहीं रात का तापमान भी 18-20 के ऊपर चल रहा है। जिले में अचानक से बदल रहे मौसम से भी लोग बीमार हो रहे हैं। जिले में हाल में हुई बारिश और ठंडी हवा के कारण रात व अलसुबह हल्की सर्दी महसूस हो हरी है, जबकि दिन में तपिश बनी हुई है। मौसम में यह बदलाव होने से सर्दी, खांसी, वायरल के मरीज बढ़ रहे हैं। इसमें बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं सभी बीमार हो रहे हैं। भीड़ बढऩे से ओपीडी में चिकित्सक से परामर्श लेने में भी मरीजों को लाइन में लंबे समय तक खड़े रहना पड़ रहा है।
आराम नहीं आ रहा-
मौसमी वायरल बहुत ज्यादा हो रहा है,मेरे गले में दर्द है, रात तो खंासी के साथ खून भी आया है। डॉक्टर को दिखाया है। लेकिन अभी आराम नहीं आया।
त्रिलोक चन्द नामदेव,झालावाड़।
सावधानी जरुरी-
इन दिनों मौसम बदल रहा है। ठंडी चीजें खाने से बचे। अभी बारिश के बाद सुबह-शाम हल्की सर्दी है। अल सुबह गर्म कपड़े पहन कर निकले। किसी को सर्दी-जुकाम खांसी है। तो चिकित्सक को दिखाएं। दवाई लेने पर ही सही नहीं हो रहे है तो जांच करवाएं।
डॉ.पीयूष बैंसला, फिजिशियन, एसआरजी चिकित्सालय, झालावाड़।
चिकित्सक को दिखाएं-
कुछ जगह एच-3एन-3 ये स्वाइन फ्लू का ही एक रूप है।हालांकि अपने यहां ऐसे कोई केस नहीं आए है। फिर भी सावधानी जरुरी है। किसी को लंबे समय से सर्दी-जुकाम, खांसी व बुखार है तो चिकित्सक को दिखाएं। घर में किसी को मौसमी वायरल हो रहा है तो एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखें। किसी की ट्रेवलिंग हिस्ट्री है तो जांच करवाएं।
डॉ.रघुनन्दन मीणा, वरिष्ठ फिजिशियन, मेडिकल कॉलेज, झालावाड़।