जोधपुर. दी इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउटेंट ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) इस साल मई महीने में चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) पाठ्यक्रम का नया पैटर्न लागू करने के बाद नवम्बर में होने वाली सीए फाइनल परीक्षा के लिए फिर बड़ा बदलाव करने जा रहा है। परीक्षा के इलेक्टिव पेपर में इस बार छात्र छात्राएं पुस्तक, कक्षा रजिस्टर या नोट्स ले जा सकेंगे। परीक्षा केंद्र में किताबें व नोट्स देखकर प्रश्न पत्र हल किया जा सकेगा।
नए पैटर्न में सीए फाइनल में एक इलेक्टिव विषय रखा गया है। इसमें अनिवार्य विषयों के अलावा स्पेशलाइजेशन के लिए छह में से एक इलेक्टिव सब्जेक्ट को चुनना है। रिस्क मैनेजमेंट, फाइनेंशियल सिक्योरिटीज एंड केपिटल मार्केट, इंटरनेशनल टैक्सेशन, इकोनॉमिक लॉ, ग्लोबल फाइनेंशियल रिपोर्टिंग स्टैंडर्ड और मल्टी डिस्पिलनरी केस स्टडी में से एक विषय को चुनना है। यह पेपर ओपन बुक बेस्ड रहेगा यानी परीक्षा में बुक और नोट्स ले जा सकेंगे।
खुद नोट्स बांटने का विकल्प फेल
आइसीएआइ ने इस साल मई महीने में सीए पाठ्यक्रम में बदलाव किया था। सीपीटी के स्थान पर सीए फाउण्डेशन और आईपीसीसी का इंटरमीडिएट में बदल दिया। सीए फाइनल ईयर में इलेक्टिव पेपर जोड़ा गया लेकिन मई 2018 की परीक्षा में आइसीएआइ ने स्वयं ही परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों को नोट्स उपलब्ध करवाए थे, जिससे वे केस स्टडी के प्रश्नों को हल कर सकें। परीक्षा केंद्र में एकदम से नए दस्तावेज पढऩे और उन्हें समझने में समय लगता है। ऐसे में छात्र-छात्राओं ने आइसीएआइ के इस पैटर्न को ठुकरा दिया। छात्रों के फीड बैक के बाद इस बार नवम्बर में होने वाली परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को घर से किताबें व नोट्स लाने की छूट दे दी गई।
घर से ला सकेंगे स्टडी मैटेरियल
आईसीएआई ने सीए फाइनल ईयर परीक्षा में फिर से बदलाव किया है। इलेक्टिव पेपर में अब परीक्षार्थी घर से स्टडी मैटेरियल परीक्षा केंद्र में लेकर आ सकते हैं।
अजय सोनी, अध्यक्ष, आइसीएआइ, जोधपुर चेप्टर