कानपुर. आईआईटी कानपुर में चल रहे ’टेककृति’ फेस्टिवल में बेंगलुरु से आए एक रोबोट ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर रखा है। वह गानों की धुन में थिरकता है तो स्टूडेंट्स के सटीक प्रश्नों का सही उत्तम महज कुछ सेकेंड में देता है। रोबोट का कलाबाजी देख यहां आए साइंटिस्ट, पूर्व स्टूडेंट्स के अलावा अन्य लोग स्तम्भ हैं। एक्शन और स्टंट के लिए फेमस एक्टर अक्षय कुमार को भी अपने हुनर से मात देने में आगे है रोबोट। बैकफ्लिप करने में ये रोबोट कई बड़े एक्टरों को चुनौती दे सकता है। पर्दे पर कुछ स्टंट तो बनावटी होते हैं लेकिन यह रोबेट रियल स्टंट करना भी जानता है। इसका नाम गब्बर रखा गया है।
इंसानों की तरफ करता है काम
आईआईटी कानपुर में लोगों के आकर्षण का केंद्र एक रोबोट है, जो फिल्मी एक्टर की तरह स्टंड और एक्शन करता है। स्टूडेंट्स के प्रश्नों को चंद सेकेंड में जवाब देने में अच्छे-अच्छे को पीछे छोड़ देता है। यह ऐसा रोबोट है जो मशीन की तरह केवल काम ही नहीं बल्कि इंसानी दिमाग की तरह सोचता और समझता भी है। इसका निर्माण पिछले ढाई साल में बंगलुरू में किया गया है। 49.6 सेमी लंबा यह रोबॉट शैक्षणिक कामों में इस्तेमाल किया जाएगा। इंसानों की तरह यह मशीन गिरने-उठने, चलने, पीछे मुड़ने और डांस जैसे काम कर सकती है। इसे स्मार्ट फोन में ऐप डाउनलोड कर नियंत्रित किया जा सकता है। यह मौखिक निर्देश (वॉइस रिकग्निशन) स्वीकार कर काम करेगा। वॉइस के अलावा यह किसी शख्स का फोटो देखकर उसका नाम (फेस रिकग्निशन) भी बता सकता है।
…तो वह उसे टोकेगा
आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के सहारे काम करने वाले इस रोबोट में सेंसर लगे हैं। कोई इसके सिर पर हाथ रखेगा तो वह उसे टोकेगा। भविष्य में इसमें हंसने और निराश होने जैसे फीचर भी जोड़े जाएंगे।क् लाउड में स्टोर किए गए डेटा और सर्च इंजनों की मदद से यह रोबॉट स्कूलों में बच्चों के सवालों का जवाब भी देने में सक्षम है। गणित और विज्ञान के सवालों के जवाब यह फटाफट देगा। हर सवाल को यह अपनी मेमोरी में स्टोर कर लेगा। फिलहाल देश में 12 जगहों पर इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। मुजफ्फरनगर के दिल्ली पब्लिक स्कूल में पिछले एक महीने से इसका प्रयोग हो रहा है। टीचरों के सहायक के तौर पर इस रोबॉट को पसंद किया जा रहा है।
बार्डर की कर सकता है सुरक्षा
इस रोबोट को आईआईटी लाने वाले यशवंत ने बताया कि इसकी ताकत को देख कर इसका नाम गब्बर रखा है। यशवंत ने बताया कि सेना के लिए यह रोबोट कारगर हथियार साबित होगा। यशवंत ने बताया कि इजरायल का रोबोट गार्ड सिस्टम इजरायल ने अपनी सीमा पर जवानों के बजाए रोबोट गार्ड्स को तैनात कर रखा है। सीमा सुरक्षा के लिए यह रोबोट गार्ड काफी कारगर माने जाते हैं। रोबोट बिना थके लंबे समय तक का सीमा की निगरानी कर सकते हैं। ऐसे में अगर भारत की सेना भी रोबोट को बार्डर में तैनात करे तो सीमा के अंदर एक भी आंतकी दाखिल नहीं हो सकता। रोबेट को विकसित करने के लिए शिक्षण संस्थानों को आगे आना चाहिए। देश में अब कई शिक्षण संस्थानों में रोबोटों को बनाया जा रहा है।