हिण्डौनसिटी. एक माह से अधित समय की देरी से शुरू हुई समर्थन मूल्य की खरीद एक पखबाडे में ही चाल बिगड़ गई है। राजफैड की ओर पांच दिन तुलाई के लिए सूची जारी नहीं होने से किसानों को फसल बेचान का इंतजार और लम्बा हो गया है। ऐसे में कृषि उपज मंडी स्थिति खरीद केेंद्र पर सूनापन पसर गया है।
राजफैड़ द्वारा हिण्डौन क्रय विक्रय सहकारी समिति के माध्यम से करौली जिले के हिण्डौन, सपोटरा व जीरौता में सरसों व चना की समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए खरीद केंद्र स्थापित किए हुए हैं। हिण्डौन में एक माह की देरी से 5 मई को कैलाश स्थित कृषि उपज मंडी खरीद केंद्र शुरू किया था। मंडी की तुलना में अधिक भाव से समर्थन मूल्य अधिक पर फसल बेचान के लिए किसानों खूब रुझान दिखाया। महज 15 दिन में खरीद केंद्र पर 125 से अधिक किसानों ने 5 हजार 665 कट्टा सरसों व 293 कट्टा चना की समर्थन मूल्य केे कांटे पर तुलाई करा दी। लेकिन 20 मई से राजफैड के भरतपुर क्षेत्रीय कार्यालय से फसल तुलाई की दैनिक सूची जारी नहीं होने से खरीद की चाल गडगड़़ा गई है। नए किसानों की आवक थमने में से खरीद केन्द्र पर सूनापन सा छा गया है। हालांकि बीते पखवाड़े में लंबित रहे चंद किसानों को बुलवा का तुलाई कराई जा रही है।
पर्याप्त बारदाना, फिर भी तुलाई बंद-
हिण्डौन केवीएसएस के सूत्रों के अनुसार अन्य जिलों के खरीद केंद्रों पर बारादाना खत्म हो गया है। ऐसे में राजफैड की ओर से किसानों की तुलाई तिथि सूची को रोक लिया है। जबकि हिण्डौन, सपोटरा व जीरोता के खरीद केंद्रों पर करीब 15 हजार कट्टों का बारदाना उपलब्ध है।
775 किसानों का तुलाई का इंतजार-
जिले के सबसे बड़े समर्थन मूल्य खरीद केंद्र हिण्डौन में किसानों के पंजीयन का आंकड़ा 900 के पार पहुंच गया है। लेकिन राजफैड़ से प्रति दिन 10-15 किसानों की सूची जारी होने 15 दिन में महज 125 किसानों की सरसों व 8 किसानों की चना की फसल की तुलाई हो सकी है। ऐसे में पंजीयन करा चुके 775 किसानों को तुलाई की तिथि मिलने का इंतजार है।
इनका कहना है-
अन्य खरीद केन्द्रों पर बारदाना खत्म होने के कारण राजफैड से किसानों की सूची जारी नहीं हो रही। हिण्डौन केवीएसएस के पास पर्याप्त बारदाना है। तुलाई के लिए सूची जारी करने के संबंध में राजफैड के क्षेत्रीय कार्यालय को लिखा गया है।
सुरेंद्र कुमार शर्मा, प्रभारी
समर्थन मूल्य खरीद केंद्र कृषि उपज मंडी, हिण्डौनसिटी.