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ममलेश्वर महालोक विरोध… तीर्थनगरी में दुकान, प्रतिष्ठान पूरी तरह रहे बंद, चाय-नाश्ते को भी तरसे लोग

-ममलेश्वर लोक के विरोध में तीन दिन बंद का ऐलान, पहले दिन रहा सफल -पहले ही दिन दिखा असर, यात्रियों की हुई परेशानी, ऑटो, टैंपों भी नहीं चले -कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता भी पहुंचे प्रभावितों के बीच, दिया अपना समर्थन

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Manish Arora

Nov 18, 2025

सिंहस्थ 2028 के लिए तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में प्रस्तावित ममलेश्वर लोक के विरोध में प्रभावित अब आर पार की लड़ाई के मुड़ में आ गए है। चरणबद्ध आंदोलन के तहत सोमवार से तीन दिन के बंद का आह्वान किया गया। सोमवार को तीर्थनगरी में दर्शनार्थियों की तो चहल पहल रही, लेकिन पूरा नगर बंद रहा। दर्शनार्थी यहां चाय-नाश्ते तक को तरस गए। उधर प्रभावितों से मिलने कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता रॉबर्ट वाड्रा भी उनके बीच पहुंचे। वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष उत्तमपाल सिंह ने भी वहां पहुंचकर प्रभावितों का समर्थन किया।

ममलेश्वर लोक योजना में ब्रह्मपुरी क्षेत्र से बड़ी संख्या में विस्थापन होना है। यहां के निवासी अपनी जगह नहीं छोडऩा चाहते, जिसके लिए इस योजना को अन्य दूसरी जगह बनाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। स्थानीय निवासियों द्वारा इसके लिए सोमवार से 3 दिन के लिए ओंकारेश्वर नगर बंद का आह्वान किया गया। सोमवार को इसका व्यापक असर देखने को मिला। पूरा ओंकारेश्वर नगर पूरी तरह बंद रहा। नगर के सभी गेस्ट हाउस, दुकान, नाव, छोटी बड़ी सभी दुकानें यहां तक ऑटो, टेंपो भी बंद रहे।

तीर्थ यात्रियों को हो रही असुविधा के लिए माफी मांगी
स्थानीय निवासियों ने तीर्थ यात्रियों को बंद से हो रही असुविधा के लिए नगर में जगह-जगह पोस्टर लगाकर माफी मांगी। पोस्ट में लिखा गया कि बाहर से पधारे समस्त तीर्थ यात्रियों के हम क्षमा प्रार्थी हैं, कि हम लोग आपको किसी भी प्रकार की कोई सेवा नहीं दे पा रहे हैं। उसका कारण यह है कि ओंकारेश्वर में सरकार के द्वारा ममलेश्वर महालोक बनाया जा रहा है। जिसमें ओंकारेश्वर नगर के कई परिवारों को उजाड़ कर यह ममलेश्वर लोक बनाया जा रहा है उसके विरोध में पूरा नगर तीन दिवस के लिए बंद किया जा रहा है।

नए बस स्टैंड से पैदल जाना पड़ा यात्रियों को
टैंपों न चलने से तीर्थ यात्रियों को नए बस स्टैंड से पैदल ज्योतिर्लिंग दर्शन और नर्मदा घाटों पर पहुंचना पड़ा। सभी दुकानें बंद होने से तीर्थ यात्रियों को चाय, नाश्ते और पानी के लिए परेशान होते देखा गया। होटल और गेस्ट हाउस में बुकिंग नहीं ली जा रही है। जो यात्री पहले से रुके हुए थे उनसे भी कमरा खाली करवाए जा रहे हैं।

भाजपा के जनप्रतिनिधि कर रहे भ्रमित
कांग्रेस पार्टी के ग्रामीण जिलाध्यक्ष उत्तम पाल सिंह भी सोमवार को प्रभावितों के बीच पहुंचे और उनकी मांगों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधि जनता के साथ नहीं है। वह सरकार के साथ मिलकर ओंकारेश्वर की जनता को धोखा दे रहे हैं। जनता के साथ खड़े न रहकर पार्षदों को सुबह से शाम तक कलेक्टर कार्यालय में बिठाकर फरमान जारी करते हैं। जनता के बीच भ्रम फैलाया जा रहा है।

कांग्रेस नेता रॉबर्ट वाड्रा पहुंचे आंदोलनकारियों के बीच
कांग्रेस नेता रॉबर्ट वाड्रा सोमवार को ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए पहुंचे थे। स्थानीय कांग्रेस नेताओं के अनुरोध पर आंदोलनकारियों के बीच पहुंचे। उन्होंने कहा पीढिय़ों से जो परिवार यहां रह रहे हैं सबको यही रहना चाहिए। यह योजना दूसरी जगह स्थानांतरित करना चाहिए। आप लोगों की मांग पूरी करने के लिए मैं आपके साथ हूं। स्थानीय नेताओं को निर्देश देते हुए कहा कि इन लोगों की मांग को समझें और पूरी करवाएं। यदि मेरी जरूरत पड़ती है तो मुझे बताएं, मैं इन लोगों के साथ खड़े रहने के लिए हमेशा तैयार हूं।