तीर्थनगरी ओंकारेश्वर के ज्योतिर्लिंग मंदिर में बम होने की सूचना से हडक़ंप मच गया। इसकी जानकारी लगते ही सुरक्षा दस्ता, बम निरोधक दस्ता तुरंत मौके पर पहुंचा। डॉग स्क्वाड ने तीन जगह ईआइडी बम की लोकेशन ट्रेस की। बम निरोधक दस्ते ने बमों को डिफ्यूज किया। दरअसल ये सारी कवायद हाई लेवल मॉक ड्रिल को लेकर की गई। मॉक ड्रिल में 13 सुरक्षा एजेंसिया शामिल रही।
दिल्ली में हुए हालिया बम ब्लास्ट के बाद सुरक्षा एजेंसियां देशभर में अलर्ट पर हैं। ओंकारेश्वर में इन दिनों प्रतिदिन 20-25 हजारऔर पर्वों पर लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। पुलिस प्रशासन मंदिर और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए समय-समय पर अतिरिक्त पुलिस बल बुलाता है। शुक्रवार को ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग परिसर में जिला प्रशासन के निर्देशन में बड़ी मॉक ड्रिल की गई। ड्रिल में पुलिस, सीआईएसएफ, एसडीईआरएफ, राजस्व विभाग और डॉग स्क्वाड सहित कुल 13 एजेंसियों ने संयुक्त रूप से मंदिर क्षेत्र और ओंकारेश्वर बांध परिसर में सुरक्षा अभ्यास किया।
बम को निष्क्रिय करने का अभ्यास किया
ड्रिल के दौरान बम निरोधक दस्ते ने संदिग्ध बम को निष्क्रिय करने की प्रक्रिया का लाइव अभ्यास किया। डॉग स्क्वाड ने तीन संदिग्ध ईआइडी लोकेशन को चिह्नित कर टीम को अलर्ट किया। ओंकारेश्वर बांध, जो देश के बी-ग्रेड संवेदनशील बांधों में शामिल है, वहां भी आतंकी गतिविधियों की काल्पनिक स्थिति बनाकर रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया। परियोजना के महाप्रबंधक धीरेंद्र कुमार द्विवेदी के अनुसार यह ड्रिल भविष्य की किसी भी अप्रिय घटना को रोकने की तैयारी के लिए आवश्यक है।
सतर्कता ही सुरक्षा
बांध परियोजना पर भविष्य में किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो इसको लेकर मॉक ड्रिल किया गया।ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग और बांध क्षेत्र अत्यंत संवेदनशील हैं, इसलिए सतर्कता ही सुरक्षा है।
दर्शन सिंह, सीआईएफ असिस्टेंट कमांडेंट