बरगी और तवा से छोड़े गए पानी का फ्लो कम होने के बाद इंदिरा सागर बांध और ओंकारेश्वर बांधों के गेटों की भी ऊंचाई कम की गई है। इंदिरा सागर से कुल 7276 क्यूमेक्स और ओंकारेश्वर से 10913 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके बाद मोरटक्का में भी नर्मदा का जल स्तर एक मीटर कम हुआ है। वहीं, जिले में अच्छी बारिश का दौर जारी है। शुक्रवार को भी जिलेभर में कई ब्लॉकों में मध्यम से तेज बारिश दर्ज की गई है।
बरगी से छोड़े गए पानी को इदिरा सागर बांध तक आने में दो दिन लगते है। इसके पूर्व इंदिरा सागर परियोजना प्रबंधन द्वारा बांध को खाली करने के उद्देश्य से 12 गेट खोले गए थे। जिसके बाद ओंकारेश्वर बांध में पानी बढऩे से वहां भी 21 गेट खोले गए। शुक्रवार को पानी की आवक कम होने से इंदिरा सागर बांध के गेट से 5230 क्यूमेक्स और टरबाइन से 1840 क्यूमेक्स कुल 7276 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जाना शुरू किया। इसके पूर्व यहां से कुल 10148 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा था। वहीं, ओंकारेश्वर बांध से भी शुक्रवार दोपहर तक 11973 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा था, जिसे शाम को कम करते हुए 21 गेट से 9017 क्यूमेक्स और टरबाइन से 1896 क्यूमेक्स कुल 10913 क्यूमेक्स पानी छोडऩा शुरू किया गया। जिसके बाद नर्मदा का जल स्तर 162 मीटर पर पहुंच गया।
आज भी दोपहर बाद अच्छी बारिश
शुक्रवार को जिलेभर में बारिश दर्ज की गई। शहर में सुबह से रिमझिम तो कभी तेज बारिश होती रही। दोपहर में पानी रुका, लेकिन चार बजे बाद फिर बारिश शुरू हो गई। रात तक कभी तेज, कभी रिमझिम बारिश होती रही। जिला कृषि मौसम इकाई प्रभारी डॉ. सौरव गुप्ता ने बताया कि शनिवार को दक्षिण-पश्चिमी मप्र प्रभावित दिख रहा है। हरदा-बैतूल से लगे हिस्से प्रभावित रहेंगे। खंडवा सहित अन्य ब्लॉकों में हलकी से मध्यम, कहीं-कहीं तेज बारिश हो सकती है।
जिले में 13 मिमी औसत बारिश दर्ज
जिले में पिछले 24 घंटे में 13 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसमें खंडवा ब्लॉक में 21 मिमी, हरसूद में 5 मिमी, पंधाना में 25 मिमी, पुनासा में 3 मिमी और खालवा ब्लॉक में 11 मिमी बारिश हुई। जिले में अब तक 646 मिमी औसत बारिश दर्ज हो चुकी है। जबकि पिछले साल 5 सितंबर तक 782 मिमी बारिश हो चुकी थी।
फोरलेन पर निर्माणाधीन पुलिया में कचरा फंसने से जलभराव, जाम के हालात
ओंकारेश्वर से मोरटक्का फोरलेन निर्माण कार्य के दौरान ओमकार हाईटेक के पास स्थित निर्माणाधीन पुलिया के नीचे बड़ा कचरा फंस जाने से शुक्रवार को पानी का बहाव रुक गया। देखते ही देखते क्षेत्र में जलभराव की स्थिति बन गई और ओंकार हाईटेक के पास कमर तक पानी भर गया। पानी जमा होने से सडक़ पर लगभग एक से डेढ़ घंटे तक लंबा जाम लग गया। इस दौरान कई श्रद्धालु और राहगीर पानी निकालने का इंतजार करते रहे, जिससे आवाजाही पूरी तरह से ठप रही। स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण कार्य के दौरान पानी निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने से ऐसी स्थिति निर्मित होती है। वहीं, सिहाड़ा में अंडर पास पुलिया पर पानी भरने से यहां भी करीब तीन घंटे जाम की स्थिति बनी रही। कई गांव का संपर्क खंडवा से टूटा रहा।