– लोगों ने कहां रेलवे विभाग व सांसद को देंगे ज्ञापन
कोदहड़ और बगमार स्टेशन पर पांच साल से ट्रेन नहीं रुक रही है। इससे ग्रामीणों का व्यवसाय प्रभावित हुआ है साथ ही उनकी दिनचर्या पर भी असर पड़ा है। जलगांव, भुसावल जाना हो या खंडवा व बुरहानपुर ही क्यों न जाना हो बस या निजी साधन का सहारा लेना पड़ रहा है। इससे समय अधिक लगने के साथ ही उनका खर्च भी बढ़ गया है। लंबे समय से संघर्षरत ग्रामीण अब ट्रेन के स्टॉपेज को लेकर आंदोलन का मन बना रहे हैं। इससे पहले उन्होंने ज्ञापन देने की तैयारी की है।
कोदहड़ स्टेशन पर ट्रेन के स्टॉपेज दिए जाने के लिए पूर्व में सांसद ज्ञानेश्वर पाटील को ज्ञापन दिया है। यह बात उनके पहले कार्यकाल के समय की है। लेकिन अभी तक हमारी सुनवाई नहीं हुई है। अब फिर से सांसद को ज्ञापन देंगे, उनसे मांग की जाएगी की दो मिनट के लिए ही सही ट्रेन का स्टापेज दिया जाए। – रामनारायण दशोरे।
ट्रेन के नहीं रुकने से एक गांव के लोग ही नहीं प्रभावित हुए है, आसपास के दस गांव के लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हुई है। पूर्व की तरह ट्रेन का स्टापेज किया जाए, हमारी यह मांग है। इसके लिए आवश्यकता पड़ी तो हम सब ग्रामीण मिलकर आंदोलन करेंगे। हमारे गांव से सुबह के समय केवल एक बस चलती है। दो ऑटो है लेकिन वे भी दिन में एक बार ही खंडवा तक जाते हैं। – गोविंद भास्करे।
कोहदड़ और बगमार स्टेशन पर ट्रेन नहीं रुक रही है। दोनों स्टेशनों से 25 से अधिक गांव जुड़े हुए हैं। सब्जी, दूध व अनाज का व्यापार प्रभावित हुआ है। बुरहानपुर, भुसावल, इटारसी व हरदा जाने के लिए खंडवा जाकर ही ट्रेन पकड़ना पड़ती है। लंबी दूरी की ट्रेन के लिए पैसेंजर ट्रेन के अच्छा साधन हुआ करती थी। इससे खंडवा चले जाते हैं। यहां इतना समय मिल जाता था कि दिल्ली व मुंबई की ट्रेन मिल जाती थी। हमारी सुनवाई नहीं हुई तो जनसुनवाई में शिकायत करने के साथ ही आंदोलन करेंगे। – लतीफ खान।