श्री दादाजी धाम में मकराना के मॉर्बल से 108 खंबों का मंदिर जल्द ही आकार लेगा। मंदिर निर्माण को लेकर सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल की अध्यक्षता में हर माह बैठक में योजना सीढ़ी दर सीढ़ी चढ़ती जा रही है। गुरुवार को हुई बैठक में मंदिर के फाउंडेशन (नींव) कार्य के टेंडर जारी करने पर सहमति बनी। एक सप्ताह में टेंडर निकाले जाएंगे। दिसंबर तक टेंडर फाइनल कर नींव का कार्य आरंभ कराया जाएगा। इस कार्य की अवधि 9 माह रखी गई है।
गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में मंदिर निर्माण समिति की बैठक दोपहर 2 बजे से शाम 6.30 बजे तक चली, जिसमें सभी बिंदुओं पर विचार किया गया। बैठक में स्ट्रक्चर कंसलटेंट और एमईपी कंसलटेंट भी पहली बार शािमल हुए। कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने बताया कि मंदिर निर्माण का कार्य 6 चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में मंदिर की डिटेल ड्राइंग डिजाइन, जिसमें पत्थर की कटिंग के साथ होगी, इसमें बताया जाएगा कि कौन से नंबर का पत्थर कहां पर फिट होगा। दूसरे चरण में मकराना के तराशे मॉर्बल की उपलब्धता देखी जाएगी। इसके लिए एक टीम पहले मकराना और अहमदाबाद का दौरा कर चुकी है। अब चार अलग-अलग टीमें बनाई जाएंगी, जो सेसली, पॉली, जयपुर, अहमदाबाद जाकर मकराना मॉर्बल की उपलब्धता देखेगी।
पत्थर तराशने वाले से ही फिटिंग कराने का प्लान
कलेक्टर ने बताया कि तीसरे चरण में फाउंडेशन का कार्य कराया जाएगा। इसके लिए कंसलटेंट प्रतीक द्वारा टेंडर डाक्यूमेंट तैयार कर लिए है। एक सप्ताह में टेंडर निकाला जाएगा। चौथे चरण में तराशे हुए पत्थर को यहां लाकर फिटिंग कराने का कार्य किया जाएगा। कोशिश यह होगी कि पत्थर तराशने वाला ही यहां आकर फिटिंग करें। पांचवें चरण में मंदिर निर्माण के सुपर विजन किस तरह होगा, इसके लिए आर्किटेक्ट हम तय कर चुके है। छठे चरण में एमईपी (मैकेनिकल, इलेक्ट्रिशियन, प्लंबिंग) की विशेष भूमिका रहेगी। इनकी रिपोर्ट से ही कहां ऐसी फिट होगा, कहां से तार आएगी, कहां से ड्रेनेज निकलेगा, जिसके लिए पत्थर पर पहले से कार्य कराना होगा।
भूमिपूजन वाली जगह से शुरू होगा काम
बैठक में सांसद पाटिल ने कहा कि श्री दादाजी धूनीवाले के नए मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में विगत दिनों हो चुका है। नए मंदिर का निर्माण कार्य शीघ्रता से शुरू हो, यह प्रयास हम सभी को करना है। उन्होंने कहा कि मंदिर के निर्माण के दौरान निर्धारित डिजाइन और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में मंदिर निर्माण से संबंधित प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया गया।
दर्शनार्थियों को कोई परेशानी न हो
सांसद पाटिल ने कहा कि मंदिर निर्माण के दौरान श्रद्धालुओं को पूजा अर्चना एवं समाधि के दर्शन में कोई समस्या ना आए, इस बात का ध्यान रखते हुए मंदिर निर्माण कार्य किया जाए। बैठक में बताया कि फाउंडेशन टेंडर होने के बाद खाली जगह पर पहले कार्य कराया जाएगा। बैठक में समिति सदस्य महामंडलेश्वर स्वामी विवेकानंद पुरी, विधायक कंचन तनवे, जिपं सीईओ डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा, अपर कलेक्टर सृष्टि देशमुख, मदनभाउ, शांतनु दीक्षित, धर्मेंद्र बजाज, राकेश बंसल, धर्मेंद्र बजाज, तपन डोंगरे, रौचक नागौरी, आर्किटेक्ट वीरेंद्र त्रिवेदी, नितिन श्रीमाली, कंसलटेंट मौजूद रहे।