मप्र राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची की शुद्धता के लिए कराए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य (एसआइआर) में बीएलओ और मतदाताओं को राहत मिली है। बुधवार से भारत निर्वाचन आयोग की साइट पर महाराष्ट्र के मतदाताओं की सूची भी उपलब्ध हो गई है। जिले में कई मतदाता महाराष्ट्र के होने से सूची के अभाव में अपने फार्म नहीं भर पा रहे थे। वहीं, बुधवार तक जिले में एसआइआर का कार्य 75.44 प्रतिशत तक पूर्ण हो गया।
पूर्व में महाराष्ट्र में मतदाता रहे और वर्तमान में जिले में मतदाता के रूप में दर्ज कई लोगों को महाराष्ट्र की सूची उपलब्ध नहीं हो रही थी। वार्ड 20 सराफा निवासी अंकित जैन की पत्नी मेघा जैन और अविनाश जैन की पत्नी वंदना जैन का नाम महाराष्ट्र के मलकापुर में दर्ज था। विवाह पश्चात दोनों का नाम खंडवा की मतदाता सूची में जोड़ा गया। एसआइआर के लिए महाराष्ट्र की सूची उपलब्ध नहीं होने बीएलओ सहित परिवार भी परेशान था। ऐसे ही कई परिवार जिले सहित बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, बैतूल, पांडुर्ना, बड़वानी के सेंधवा, खेतिया, पानसेमल में है, जिनके परिवारों के कई सदस्यों का नाम महाराष्ट्र में दर्ज है। महाराष्ट्र की मतदाता सूची खुलने से ऐसे मतदाताओं ने राहत की सांस ली है।
इनके जज्बे से जीतेंगे जंग
एसआइआर के कार्य में अब तक कुल 1029806 मतदाताओं में से 7 लाख 76903 मतदाताओं के फार्म पोर्टल पर अपलोड किए जा चुके है। एसआइआर के कार्य में लगे बीएलओं के मेहनत और कार्य के प्रति जज्बे की कई तस्वीरें सामने आ रही है, जिसमें वह कठिन परिस्थितियों में भी लोगों की फार्म मदद भरवाने में मदद करते नजर आ रहे है। ऐसे ही दो उदाहरण पत्रिका ने खोज निकाले।
केस 1- मोबाइल टार्च की रोशनी में भर रहे फार्म
शहर के वार्ड 11 सरोजनी नायडू में बीएलओ ममता जाजोरिया अपने दो सहायकों के साथ एसआइआर के कार्य में लगीं हुईं हैं। यहां नवीन संजीवनी क्लीनिक में बैठकर लोगों के 2003 की सूची में नाम ढूंढकर दे रहे है, ताकि लोगों से कोई गलती न हो और उन्हें परेशान न होना पड़े। नवीन भवन में लाइट कनेक्शन नहीं होने से बीएलओ और सहायक मोबाइल टॉर्च की रोशनी में लोगों को फार्म भरकर दे रहे है।
केस 2- 12 मतदाताओं के लिए नाव में सवार होकर पहुंचे बीएलओ
हरसूद क्षेत्र में एसआइआर सर्वे करने रविवार को एक शिक्षक नाव में सवार होकर ग्राम बेडिय़ांव पहुंचे। ग्राम बेडिय़ावं में 2 परिवार के करीब 12 सदस्य रहते हैं। वहां तक पहुंचने का नाव ही एक मात्र सहारा है। इन दोनों परिवारों का सर्वे करने रविवार को बीएलओ महेश शुक्ला नाव में सवार होकर बेडिय़ांव पहुंचे थे। शुक्ला ने सभी सदस्यों के फार्म भरकर पोर्टल पर अपलोड किए।