जनसुनवाई में नगरीय क्षेत्र में मार्ग समेत पंचायत, राजस्व, वन समेत विभिन्न विभागों की 116 शिकायतें पहुंची। अफसरों ने ज्यादातर शिकायतों को निराकरण के लिए विभागों को भेजकर इतिश्री कर ली। दोपहर एक बजे जनसुनवाई में पहुंचे कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने कई शिकायतें सुनी। उन्होंने कुछ में निराकरण के निर्देश दिए। कईयों में दो टूक जवाब दिया कि ये नियम में नहीं है।
हमारी कॉलोनी वैध है। फिर भी मार्ग नहीं
शहर के प्रमाण सिटी-फेस-1 निवासी मुकेश कुमार के साथ कई महिलाओं और कैंसर पीड़ित ने कलेक्टर को आवेदन देकर कहा, साहब प्रणाम सिटी-1 वैध कॉलोनी है। सड़क की सुविधाएं नहीं है। हमारी कॉलोनी वैध है। फिर भी मार्ग नहीं बना। सिहाड़ा मुख्य मार्ग तक डामरीकरण किया जाए। निगम ने सामने की अवैध कॉलोनी में प्रभावशाली लोगों के दरवाजे तक मार्ग बना दिया। वैध कॉलोनी को सुविधाएं मिलना चाहिए या नहीं। कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने दो टूक जवाब दिया कि कौन काम पहले होगा कौन बाद में होगा। ये एमआईसी को अधिकार है। मैं इस मामले में कुछ नहीं जनता हूं। इस दौरान आवेदकों के बार-बार आर्गूमेंट करने पर नाराजगी भी व्यक्त की। कॉलोनीवासी बैरंग लौट गए।
कलेक्टर बोले, कब्रिस्तान की भूमि पर घर कैसे बनेगा
इमलीपुरा निवासी दोनों पैर से दिव्यांगकमरूनिशा जनसुनवाई में अफसरों के सामने फर्श पर घिसटी रही। दोपहर एक बजे कलेक्टर पहुंचे तो आवेदन देकर गुहार लगाई। बोली, साहब वक्फ बोर्ड की भूमि पर कब्रिस्तान बना है। वक्फ बोर्ड की खाली भूमि पर घर बनाने की परमिशन दिलाइए। मैं भूमिहीन हूं। किराए के मकान में रहती हूं। बेरोजगार हूं। कलेक्टर ने कहा, वक्फ बोर्ड की भूमि की परमिशन भोपाल से मिलेगी। कब्रिस्तान की जमीन पर घर कैसे बनेगा। इसकी परमिशन नहीं मिलती है। दिव्यांग की समस्या हल नहीं हुई। आवेदक का कहना है कि मुख्यमंत्री आवासीय पट्टा भी दिया जा सकता है। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
प्रशिक्षण ली हूं, मुझे ड्रोन कैमरा नहीं मिला
जनसुनवाई में सपना दुफारे ने कलेक्टर को आवेदन देकर कहा कि ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण हरियाणा में लिया था, लेकिन ड्रोन दीदी कार्यक्रम के तहत उसे अभी तक ड्रोन नहीं मिला है। अन्य महिलाओं को ड्रोन मिल चुका है। उन्होंने जिपं सीइओ को मामले की जांच कर पात्रता अनुसार मदद करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री बाल स्पांसर योजना की नहीं मिली किस्त
जया दशोरे ने कलेक्टर को आवेदन कहा कि पति की मृत्यु कोविड से हो गई थी, पुत्र को मुख्यमंत्री बाल स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ अभी तक नहीं मिला है। कलेक्टर ने कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास को पात्रता अनुसार मदद करने के निर्देश दिए।
पति की मौत हो गई, कोई भुगतान नहीं मिला
जनसुनवाई में इंदिरा भोरगा ने कलेक्टर को आवेदन देकर अनुरोध किया कि उसके पति कृषि उपज मंडी हरसूद में सहायक ग्रेड-3 के पद पर पदस्थ थे उनका निधन हो चुका है। इसके बावजूद उनकी समूह बीमा योजना, अवकाश नकदीकरण, पेंशन सहित कोई भी भुगतान अभी तक नहीं मिला है, जिस पर उन्होंने मंडी सचिव ओपी खेड़े को आवेदन देकर समस्या का त्वरित निराकरण करते हुए उसे पात्रता अनुसार भुगतान दिलाने के निर्देश दिए।
7 एकड़ खराब हो गया तरबूज, क्षतिपूर्ति दिलाइए
जनसुनवाई में कमल किशोर पिता रामगोपाल जायसवाल निवासी जलकुआं ने कलेक्टर को आवेदन देकर कहा कि 7 एकड़ क्षेत्र में तरबूज की फसल लगाई थी, जो कि अतिवर्षा के कारण नष्ट हो गई है। फसल क्षति का मुआवजा दिलाया जाए। उन्होंने उप संचालक कृषि को आवेदक की पात्रता अनुसार आवश्यक मदद दिलाने के निर्देश दिए।